आड़ी पड़ी फसल
बूंदी. जिलेभर में मौसम पलटी खाने के साथ ही सोमवार को भी दिनभर बारिश होती रही। बारिश से जहां किसानों के अरमानों में पानी फिर गया। खेतों में पड़ी धान की फसल आड़ी हो गई है। वहीं तेज बारिश से सडक़ो में बाइक के साथ सिलेंडर बह गया, जिससे लोगों की सतर्कता से बचा लिया गया। सोमवार सुबह आठ बजे तक हिण्डोली में 40, बूंदी में 23, रायथल में 27, तालेड़ा में 5, केशवरायपाटन में 7, नैनवां में 62, इन्द्रगढ़ में 13.5 एमएम बारिश दर्ज की गई। रविवार रात से जारी बारिश सोमवार शाम तक जारी रही। सुबह बादल की लुकाछीपी जारी रही। कहीं धूप तो कभी छांव होती रही। दोपहर को अचानक काली घटाए छाई और आधा घंटा तक तेज बारिश हुई। गढ़ की पडस, सदर बाजार,चौमुखा बाजार से नागदी बाजार में पानी पूरे वेग से बहा। अचानक हुई बारिश से लोगों को संभलने का मौका भी नहीं मिला और कई दुपहिया वाहन पानी में बह गए। वहीं चेनराय जी कटला के पास एक व्यक्ति वाहन सहित बहने लगा तो गाड़ी छोडक़र खुद को बचाया। बारिश से सडक़ों पर पानी बह निकला। नगर परिषद के कार्यों की पोल खुल गई। शहर के कई गली-मोहल्लों में सडक़े दरिया बन गई।
देई. कस्बे सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में अतिवृष्टि से पहले ही फसलें खराब हो गई है। किसान पशुओं के चारे के लिए फसल काटने में जुटे हुए है, लेकिन बरसात से वह भी खराब होने से किसानों के सामने पशुओ के चारे का भी संकट खडा हो गया है। वहीं क्षेत्र में कहीं किसानो ने धान की फसल की थी, जो भी बरसात के कारण आडी पडऩे से नुकसान हो गया।
आकोदा. क्षेत्र बरसात ने बालाजी के खाळ में 3 फीट तक चादर चल गई, जिससे आवागमन बाधित रहा।बारिश से खेतों में पानी भर गया। उनमें उत्पादन प्रभावित होगा। किसानों को बैमोसम बरसात की ङ्क्षचता सताई जा रही है।
भण्डेड़ा . क्षेत्र में सोमवार को इधर खेतों में कुछ धरतीपुत्रों के धान की कटकर खेतो में फैल रही फसल बरसाती पानी में डूबी नजर आ रही है। गांवों सहित कस्बों में सडक़ें बरसाती पानी से दरिया बनती नजर आई है। धरतीपुत्रों की समस्याएं थम नहीं रही है। क्षेत्र में खरीफ सीजन की फसल पहले ही अतिवृष्टि की भेंट चढ़ चुकी है। अब आफत बारिश ने धरतीपुत्रों को झकझोर दिया है।
रामगंजबालाजी. रविवार रात से हुई रिमझिम बरसात के बाद किसानों के खेतों में धान की फसल आड़ी पड़ गई।उसके बाद में सोमवार दोपहर को बरसात होने के बाद तेज हवाओं से किसानों के खेतों में पकने के कगार पर खड़ी धान की फसल में अब किसानों को आर्थिक नुकसान झेलना पड़ेगा।
नमाना. कस्बे सहित आसपास के क्षेत्र में सोमवार को बरसात होने से खेतों में खड़ी धान की फसल में नुकसान हुआ है, वहीं कहीं किसानों के खेतों में कट कर पड़ा धान बारिश से पूरी तरह भी गया है। कटी फसल भीगने से धान के दाने जमीन पर गिर गए हैं, जिससे फसल को बहुत नुकसान हुआ है। क्षेत्र के किसानों ने सर्व करवा कर फसल मुआवजे मांग की है।
नोताडा.अक्टूबर माह में रविवार रात्रि से एक बार फिर आफत की बारिश का दौर शुरू हो गया। रात्रि को ग्यारह बजे करीब एक घंटे तक तेज बरसात हुई व सोमवार को दोपहर तीन बजे आधे घंटे तक तेज बरसात हुई। एक और क्षेत्र में पहले ही अगस्त के माह में फसलें चौपट हो गई थी। वहीं कुछ किसानों के बची हुई धान की फसलें भी इस बरसात और हवा से आडी पड़ गई।
बड़ाखेड़ा. क्षेत्र में बारिश ने कई महीनों की मेहनत से तैयार हुई फसल को बर्बाद कर दिया है। रविवार को हुई बारिश से क्षेत्र तरबतर हो गया। रात को बारिश इतनी तेज थी की कुछ ही देर में सडकों के साथ खेतों मे भी पानी बह निकला क्षेत्र के बडाखेडा ,पापडी, जाडला आदि गावों मे सोयाबीन की कटाई चल रही थी। ऐसे में अधिकांश गावों मे फसले भीग गई कई खेतों में पानी भरने से फसल डूब गई। सुबह जब किसानों ने खेतों मे फसल की खराब हालत देखी तो उनके आंसू निकल गए पकी पकाई फसल बारिश मे खराब हो गई किसानों के लिए आसमान से आफत बरसी तेज बारिश ने किसानों के अरमानो पर पानी फेर दिया उनकी मेहनत से तैयार की गई फसल बारिश से खराब हो गई।
Published on:
07 Oct 2025 12:30 pm
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