
नैनवां. पूर्व पालिकाध्यक्ष की पुत्र वधु के नाम के निरस्त किए पट्टे वाले भूखंड के अतिक्रमण को जेसीबी से तोडऩे के दौरान मौजूद प्रशासनिक अमला।
नैनवां. पूर्व पालिकाध्यक्ष प्रेमबाई द्वारा अपनी पुत्र वधु के नाम नियम विरुद्ध जारी किए पट्टे वाले भूखंड से मंगलवार को प्रशासन ने अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की। पुत्र वधु के नाम नियम विरुद्ध पट्टा जारी करने के आरोप में पूर्व में पूर्व पालिकाध्यक्ष प्रेम बाई को राज्य सरकार द्वारा निलंबित किया जा चुका है।
स्वायत्त शासन विभाग की जांच में पट्टा नियम विरुद्ध मानते हुए नगरपालिका को पट्टा निरस्त कर भूखंड से अतिक्रमण हटाने का आदेश दिया था। उसके बाद नगरपालिका प्रशासन ने पालिका की उपापन समिति की बैठक लेकर 25 सितंबर को ही पट्टा निरस्त कर दिया था। प्रशासन डेढ़ माह पहले भी 6 अक्टूबर को अतिक्रमण हटाने पहुंचे थे, लेकिन उस दिन विरोध हो जाने से अतिक्रमण नहीं हटा पाए थे। मंगलवार को प्रशासन दोबारा भूखंड से अतिक्रमण हटाने पहुंचा। तहसीलदार रामराय मीणा, अधिशासी अधिकारी बृजभूषण शर्मा, थानाधिकारी कमलेश शर्मा पुलिस कर्मियों व नगरपालिका के 30 से अधिक कर्मचारियों के साथ अतिक्रमण हटाने पहुंचे। भूखंड के दो तरफ हो रही दीवारों को जेसीबी से तोडक़र आगे का अतिक्रमण हटाया गया।
तथ्यात्मक रिपोर्ट मांगी
उपखण्ड अधिकारी भागचंद का कहना है कि भूखंड से अतिक्रमण हटाने को लेकर की गई कार्रवाई की नगरपालिका के अधिशासी अधिकारी से तथ्यात्मक रिपोर्ट मांगी है।
चार पार्षदों सहित अन्य को पाबंद करवाया
पूर्व में भूखंड से अतिक्रमण हटाने के दौरान कांग्रेस के पार्षदों व कार्यकर्ताओं द्वारा विरोध किए जाने से शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए अतिक्रमण हटाने के एक दिन पूर्व सोमवार को ही विरोध की आशंका को देखते हुए पुलिस ने उपखण्ड मजिस्ट्रेट से सम्मन जारी करवाकर कांग्रेस के चार पार्षदों सहित के सात लोगों को पाबंद करवा दिया था। थानाधिकारी कमलेश शर्मा ने बताया कि अतिक्रमण हटाने के दौरान शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए सोमवार को ही पूर्व पालिकाध्यक्ष के पुत्र राजकुमार गुर्जर को उपखण्ड मजिस्ट्रेट के समक्ष प्रस्तुत कर पाबंद करवाया गया। जबकि चार पार्षदों नबील अंसारी, अमृतराज मीणा, भूपेंद्र साहू, मोहम्मद सलीम, दो अन्य जावेद आलम व जावेद खान को उपखण्ड मजिस्ट्रेट से सम्मन जारी करवाकर पाबंद करवाया गया था।
पूरा अतिक्रमण नहीं हटाने का आरोप
पार्षद ओमप्रकाश गुर्जर ने प्रशासन पर भूखंड से अतिक्रमण हटाने के नाम पर खानापूर्ति करने का आरोप लगाया। पार्षद ने मंगलवार को उपखण्ड अधिकारी को दिए ज्ञापन में लिखा कि प्रशासन ने भूखंड से पूरा अतिक्रमण नहीं हटाया। अतिक्रमण हटाने के नाम पर सिर्फ आगे बनी हुई दीवार को ही तोड़ा है। भूखण्ड पर बन रहे कमरे को नही हटाया है। नियम विरुद्ध पट्टा जारी करने के मामले में स्वायत शासन विभाग के आदेश के बाद भी नगरपालिका द्वारा एफआईआर दर्ज नहीं कराई जा रही।
स्वायत्त शासन विभाग ने अपनी जांच में भूखंड का पट्टा नियम विरुद्ध जारी होना माना था। स्वायत्त शासन विभाग के आदेश पर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गई। यदि अतिक्रमण का कुछ हिस्सा रहा है तो उसे
भी हटाने की कार्रवाई
की जाएगी।
बृजभूषण शर्मा, अधिशासी अधिकारी, नगर पालिका, नैनवां
Published on:
19 Nov 2025 11:54 am
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