
गुढ़ानाथावतान. क्षेत्र के रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व के बफर जोन में जोन नंबर तीन का एंट्री गेट, जहां सफारी शुरू नहीं हो सकी है।
गुढ़ानाथावतान. रामगढ विषधारी टाइगर रिजर्व के तीन जोन में जंगल सफारी की ऑनलाइन बुकिंग शुरू हो चुकी है, लेकिन अभी तक धरातल पर नहीं उतर पाई है। वन विभाग की वेबसाइट पर जिले में तीन रूट पर सफारी की बुकिंग हो रही ह, जिनमें जोन नंबर एक में टाइगर हिल व गुमान बावड़ी वाला इलाका शामिल है, लेकिन यह रूट अभी खराब है, जिसे बदलकर पहाड़ी के ऊपर वाले ट्रेक पर पर्यटकों को घुमाया जा रहा है।
इसी प्रकार जोन दो में सूरज छतरी वाला ट्रेक भी अधूरा व खराब हो चुका है। इसी प्रकार जोन तीन में भीमलत जंगल सफारी की भी ऑनलाइन बुकिंग शामिल है। वन विभाग ने कोर क्षेत्र में टाइगर सफारी शुरू करने के प्रस्ताव भी भेज रखे हैं, लेकिन सुप्रीम कोर्ट के नए निर्देशों से अब इस इलाके में टाइगर सफारी शुरू होना मुश्किल लग रहा है। बफर जोन में भी अभी तक भीमलत व कालदां क्षेत्र में सफारी शुरू नहीं होने से पर्यटकों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है।
नहीं बने अब तक सफारी रूट
टाइगर रिजर्व के बफर जोन में एनटीसीए ने तीन सफारी रूटों पर टाइगर सफारी की स्वीकृति प्रदान की है। जिनमें से टाइगर हिल, सूरज छतरी व भीमलत शामिल है। भीमलत क्षेत्र में अभी तक सफारी रूट बने ही नहीं है। इसे जोन संख्या 3 के रूप में सफारी रूट बनाया गया है। बूंदी-चित्तौड़ मार्ग पर भीमलत जंगल सफारी शुरू होने के बोर्ड भी लगा दिए है, लेकिन अभी तक सफारी शुरू नहीं हो सकी है।
कालदां व भीमलत में सफारी शुरू हो तो बढ़े पर्यटन
टाइगर रिजर्व में टाइगर देखने की इच्छा लेकर आने वाले देशी विदेशी पर्यटकों को निराश होना पड़ रहा है। टाइगर रिजर्व में लगभग सभी टाइगर कोर क्षेत्र के जंगलों व रामगढ महल के आसपास की टेरेटरी में है। कुछ दिनों से एक युवा बाघिन ने कालदां के जंगलों में अपनी टेरेटरी बना रखी है, लेकिन यहां अभी तक टाइगर सफारी की स्वीकृति नहीं होने से टाइगर की साइटिंग नहीं होती है।
जिप्सी मालिक व होटल व्यवसायी निराश
रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व बनने के साथ ही यहां टाइगर सफारी शुरू होने से लोगों को उम्मीद थी कि यहां टूरिज्म में बढ़ोतरी होगी, लेकिन परिणाम आशा के अनुरूप नहीं रहे। वन विभाग कहने को तो टाइगर रिजर्व में तीन जोन खोलकर पर्यटन शुरू कर दिया है लेकिन धरातल पर स्थित विपरीत है। वर्तमान में टाइगर सफारी के लिए एक दर्जन जिप्सी रजिस्टर्ड है। लेकिन आधी से ज्यादा तो बूंदी में आई ही नहीं। यहां जिप्सी मौजूद है उन्हें भी महीने में एक दो बार ही सफारी पर जाने का मौका मिल पा रहा है।
रामगढ़ में टाइगर सफारी के लिए बुकिंग करने वाले पर्यटकों को केवल जोन नंबर एक टाइगर हिल पर भेजा जा रहा है। भीमलत व सूरज छतरी वाले जोन अभी पर्यटकों के लिए पूरी तरह से विकसित नहीं हो पाए हैं।
नवीन नराणियां, सहायक वन संरक्षक, रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व, बूंदी
Published on:
24 Nov 2025 05:33 pm
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