बूंदी. छोटीकाशी की सडक़ों पर मंगलवार रात राजसी ठाठ-बाठ के साथ तीज माता की सवारी निकली। सवारी के मार्ग पर लोग एक झलक पाने को आतुर दिखे। मानो श्रृंगार की प्रतीक कजली तीज माता के स्वागत में शहरवासियों ने पलक पांवड़े बिछा दिए हों। नखराळी म्हारी बूंदी, आछी आई र बूंदी की तीजा, केसरिया बालम आओ न पधारो जैसे गीतों पर थिरकते लोक कलाकार और सजी-धजी घोडिय़ों को देखकर हर कोई झूम उठा। लोक संस्कृति की छटा बिखेरते कलाकारों और पग-पग पर स्वागत से अभिभूत गणमान्य लोग हाथ जोडकऱ अभिवादन करते हुए आगे बढ़ते रहे। यह अवसर 15 दिवसीय कजली तीज मेले के शुभारंभ का था, जिसके तहत नगर परिषद की ओर से तीज माता की शोभायात्रा निकाली गई। शाम को बालचंद पाड़ा स्थित रामप्रकाश टॉकीज से रवाना हुई शोभायात्रा शहर के प्रमुख मार्गों से होती हुई कुंभा स्टेडियम पहुंची, जहां विधिवत फीता काटकर मेले का शुभारंभ किया गया। इससे पूर्व मेला समिति संयोजक एवं सभापति सरोज अग्रवाल सहित अन्य महिलाओं ने तीज माता की पूजा-अर्चना की। शोभायात्रा में पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष सुरेश अग्रवाल, शहर अध्यक्ष राजकुमार शृंगी, भाजपा नेता भरत शर्मा, पार्षद संदीप यादव, बबीता दाधिच, ममता शर्मा, किरण परिहार, कल्पना सेन, नुपूर मालव सहित अनेक गणमान्य लोग मौजूद रहे।
लोगों ने की अगवानी
शोभायात्रा के दौरान रंग-बिरंगी आतिशबाजी से आसमान जगमगा उठा। पग-पग पर तीज माता की अगवानी करते लोगों का जोश देखते ही बन रहा था। ऊंट, घोड़े, सजी-धजी बग्घियां, आकर्षक झांकियां और मशक बैंड शोभायात्रा की शोभा बढ़ा रहे थे। तीज माता के अंगरक्षक घोड़ों पर सवार थे। लोक कलाकारों की प्रस्तुतियों ने मन मोह लिया।शोभायात्रा मार्ग पर छतों और सडक़ों पर लोगों की भीड़ उमड़ी रही। हर कोई इस पल को कैमरे में कैद करता नजर आया। पुलिस प्रशासन की ओर से माकूल बंदोबस्त किए गए।
झांकियां बनीं आकर्षण का केंद्र
शोभायात्रा में एक दर्जन से अधिक झांकियां शामिल थी। इनमें नृङ्क्षसह अवतार, काली माता की 21 मुखी झांकी, अघोरी डांस, चकरी नृत्य, श्याम दरबार, गरुड़ की झांकी, राम दरबार, राधा-कृष्ण और हनुमान जी का पैदल चलना प्रमुख आकर्षण रहे।अखाड़ेबाजों ने भी हैरतअंगेज करतब दिखाए।
Updated on:
13 Aug 2025 12:24 pm
Published on:
13 Aug 2025 12:17 pm