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9 माह से 5 हेक्टेयर के क्लोजर में बंद है बाघ, आखिर कब मिलेगी आजादी

रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व में नौ माह पहले रीवाइल्ड करने के लिए लाए गए बाघ को अभी तक वन विभाग खुले जंगल में छोड़ने से हिचकिचाहट महसूस कर रहा है।

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बूंदी

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pankaj joshi

Sep 25, 2025

9 माह से 5 हेक्टेयर के क्लोजर में बंद है बाघ, आखिर कब मिलेगी आजादी

बूंदी. जैतपुर रेंज में बने क्लोजर में दहाड़ लगाता बाघ।

बूंदी. गुढ़ानाथावतान. रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व में नौ माह पहले रीवाइल्ड करने के लिए लाए गए बाघ को अभी तक वन विभाग खुले जंगल में छोड़ने से हिचकिचाहट महसूस कर रहा है। यह युवा नर बाघ क्लेाजर से आजाद होने के लिए छटपटा रहा है, लेकिन इसे आजाद करने की अवधि बढ़ती जा रही है। बाघ ने शॉफ्ट एनक्लोजर में 68 शिकार कर लिए है, लेकिन अभी तक उसे बाहर की हवा के लिए इंतजार ही करना पड़ा है।

गौरतलब है कि इस समय रामगढ़ में एक मात्र बाघ आरवीटी 1 का एक छत्र राज है और वह एक युवा बाघ को मार चुका है। वन विभाग को अंदेशा है कि एनक्लोजर में बंद बाघ को खुले में छोड़ने पर बाघ से खतरा हो सकता है। अभी दो माह पहले एनक्लोजर से छोड़ी गई बाघिन भी बफर जोन में कालदां के जंगलों में अपना इलाका बनाने में लगी है। ऐसे में प्रश्न उठता है कि इस युवा बाघ को टाइगर रिजर्व के बफर जोन में क्यों नहीं छोड़ा जा रहा है, जबकि कालदां का जंगल बाघों के अनुकूल है। वन विभाग इस बाघ को छोड़ने के लिए उच्च स्तरीय निर्देशों के इंतजार में बाघ को खुले जंगल से महरूम कर रहा है। बाघ के इलाके में ही दो युवा बाघिन भी अपनी टेरेटरी बना चुकी है।

गले में फंस चुकी है कॉलर आईडी
कोटा से लाए जाने के दौरान शावक को क्लोजर में छोड़े जाने के दौरान कॉलर आईडी भी पहनाई गई थी, लेकिन क्लोजर में शिकार व मांस खा कर तंदुरस्त हुए शावक के विगत माह कॉलर आईडी फंसने लगी थी। ऐसे में ट्रंकुलाइज कर वापस से कॉलर आईडी को ढीला किया गया। जानकारी अनुसार शावक को लाए जाने के दौरान उसका वजन करीब सवा सौ किलो था, जो अब तीन साल के युवा हो चुके बाघ का वजन करीब दो सौ किलो हो चुका है।

हर माह तीस-चालीस हजार का खर्च
क्लोजर में बाघ अब तक 68 शिकार कर चुका है। ऐसे में जंगल के प्रे बेस पर भी असर पड़ने लगा है। अब अभयारण्य प्रबंधन बाघ का पेट भरने के लिए क्लोजर में मांस डाल रहा है। जानकारी अनुसार मांस तीन चार दिन में एक बार डाला जाता है, जिसकी कीमत करीब चार-पांच हजार रुपए होती है। ऐसे में माह में करीब तीस चालीस हजार रुपए खर्च हो रहे है।

क्लोजर में बाघ के बारे में समय समय पर उच्चाधिकारियों को अवगत कराया जा रहा है। क्लोजर से मुक्त करने के आदेश मिलने पर जंगल में छोड़ दिया जाएगा।
देवेन्द्र भाटी, कार्यवाहक उपवन संरक्षक, रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व, बूंदी