गुढ़ानाथावतान. रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व के बफर जोन में स्थित प्रसिद्ध प्राकृतिक पर्यटक स्थल भीमलत महादेव के जंगल अब 24 घंटे टाइगर रिजर्व प्रशासन की नजर में रहेंगे। भीमलत में बनी लवकुश वाटिका का नियंत्रण अब प्रादेशिक वन से टाइगर रिजर्व के कोर प्रबंधन के नियंत्रण में आ गया है। लवकुश वाटिका का विधिवत चार्ज हस्तांतरण टाइगर रिजर्व की भोपतपुरा रेंज को कर दिया है। चार्ज मिलते ही टाइगर रिजर्व प्रबंधन ने लवकुश वाटिका में वनपाल नाका भीमलत की विधिवत शुरुआत कर 24 घंटे स्टाफ की नियुक्ति कर निगरानी बढ़ा दी है। गौरतलब है कि भीमलत लवकुश वाटिका का निर्माण 2 करोड़ की लागत से वन मंडल बूंदी के द्वारा कराया गया था। टाइगर रिजर्व बनने के बाद यह वाटिका टाइगर रिजर्व के भोपतपुरा रेंज में चली गई थी, लेकिन काम अधूरा होने से चार्ज नहीं दिया गया था।
20वां मील घाटे पर बनेगी सुरक्षा चौकी
वन विभाग ने बूंदी चित्तौड़ मार्ग पर बूंदी व भीलवाड़ा जिले की सीमा के 20 वां मील प्राकृतिक स्थल पर वन विभाग की चौकी बनाने की तैयारी में है। अभी यहां पर साल भर से अस्थाई चौकी बनी हुई है। जिस पर 24 घंटे स्टाफ की नियुक्ति है। वन विभाग जल्दी ही मुंदेड़, बाणगंगा, लवकुश वाटिका, अधरशिला, भीमलत नाला, खंडेरिया, सीता कुंड, भलाकुई आदि स्थानों पर ट्रेक बनाकर अक्टूबर में टाइगर रिजर्व के इस जोन में पर्यटन शुरू करने की तैयारी में भी है।
लवकुश वाटिका देखने के लिए देना होगा शुल्क
भीमलत में बनी खूबसूरत लवकुश वाटिका में अभी तक देशी विदेशी पर्यटकों को प्रवेश की अनुमति नहीं है। टाइगर रिजर्व प्रबंधन जल्दी ही इस लवकुश वाटिका में शुल्क निर्धारण कर प्रवेश देने की योजना बना रहा है। लवकुश वाटिका की देखरेख वन विभाग के साथ स्थानीय पारिस्थितिकी विकास समितियों को दी जा सकती है। हालांकि इसके लिए उच्च स्तर पर निर्णय होना है।
भीमलत लवकुश वाटिका का चार्ज टाइगर रिजर्व की भोपतपुरा रेंज को दिया गया है और वहां स्टाफ की नियुक्ति भी कर दी है। यहां जल्दी ही पर्यटन गतिविधियां शुरू करने का प्रयास है।
देवेंद्र सिंह भाटी, उपवन संरक्षक एवं उपक्षेत्र निदेशक, रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व, बूंदी
Published on:
09 Aug 2025 06:42 pm