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बीस बेड के वार्ड पर ताला, पुरुषों के साथ में भर्ती कर रहे महिला मरीज

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हिण्डोली में इन दिनों रोगियों की संया अधिक बढ़ जाने के कारण चिकित्सालय की व्यवस्था चरमरा गई है।

बूंदी

pankaj joshi

Aug 08, 2025

बीस बेड के वार्ड पर ताला, पुरुषों के साथ में भर्ती कर रहे महिला मरीज
हिण्डोली. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के एक वार्ड में रोगियों का उपचार करते हुए।

हिण्डोली. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हिण्डोली में इन दिनों रोगियों की संया अधिक बढ़ जाने के कारण चिकित्सालय की व्यवस्था चरमरा गई है। यहां पर रोगी वार्ड ठसाठस भरे हुए हैं। कुछ बेड़ों पर तो दो-दो रोगियों का उपचार चल रहा है।

जानकारी अनुसार इन दिनों बुखार, उल्टी, पेट दर्द, खांसी सहित विभिन्न रोगों से ग्रस्त रोगी प्रतिदिन चिकित्सालय में उपचार के लिए आ रहे हैं, जिससे आउटडोर बढ़कर प्रतिदिन 500 से अधिक हो गया है। इससे उपचार के लिए आ रहे रोगियों को समुचित उपचार नहीं मिलने से परेशान हो रहे हैं। यहां पर दोपहर 2 बजे तक रोगियों की चिकित्सकों के पास कतारें लगी रहती हैं।

तीन वर्ष बाद भी नहीं बढ़ी सुविधाएं
तत्कालीन कांग्रेस सरकार द्वारा यहां पर 30 बेड का हॉस्पिटल को क्रमोन्नत करवाकर 50 बेड कर दिया था, लेकिन तीन वर्ष बीतने के बाद भी यहां पर 50 बेड का अस्पताल संचालित नहीं हो पाया हैं। यहां पर स्वीकृति के बाद ऊपर के हॉल में 20 बेड ओर लगा दिए थे, लेकिन वे हाल में ही बंद रहते हैं। इस कारण रोगी परेशान हो रहे हैं। गुरुवार को दोपहर को चिकित्सालय के हाल बेहाल नजर आए। यहां पर पुरुष वार्ड में 10 पलंग थे। उसी में महिला व पुरुष रोगियों का उपचार चल रहा था। कई बेड पर दो-दो रोगी लेटे हुए थे। महिला रोगियों का कहना था कि बेड छोटे होने के कारण एक बेड में दो-दो रोगी लेटना काफी मुश्किल है। वार्डों में गंदगी पसरी हुई थी। दुर्गंध का वातावरण बना रहता है। शौचालय की स्थिति भी ज्यादा ठीक नहीं है।

तीन नर्सिंग स्टाफ को लगा दिया बूंदी
प्रदेश के चिकित्सा व स्वास्थ्य मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर ने यहां के चिकित्सालय की बिगड़ी स्थिति को देखते ही यहां पर पर्याप्त मात्रा में चिकित्सक व नर्सिंग स्टाफ लगाया था, लेकिन चिकित्सा विभाग के अधिकारियों ने यहां से तीन नर्सिंग स्टाफ को बूंदी चिकित्सालय में लगा दिया है। इससे यहां की व्यवस्था बिगड़ गई है। ऐसे में नर्सिंग स्टाफ की कमी के चलते रोगियों को भर्ती करने में भी परेशानी हो रही है। नर्सिंग स्टाफ मिलने पर यहां पर 20 बेड जो हॉल में में रखे है वह भी खोले जा सकेंगे।

इन दिनो चिकित्सालय में अधिक रोगी पहुंच रहे हैं। यहां पर नर्सिंग स्टाफ की कमी के चलते 50 बेड काम में नहीं लिए जा रहे है। सभी नर्सिंगकर्मी आने पर 50 बेड में रोगियों की भर्ती शुरू कर दी जाएगी।
डॉ. सोनू नागर, चिकित्सालय प्रभारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, हिण्डोली।

चिकित्सालय में 50 बेड संचालित है। ऊपर के वार्ड में भी 20 बेड है। यदि एक बेड पर दो-दो रोगी लेटे है तो ऊपर का वार्ड खुलवाने के चिकित्सालय प्रभारी से कहेंगे।
डॉ. राकेश मंडोवरा, ब्लॉक सीएमओ, हिण्डोली