
SWP में एकमुश्त निवेश करना होता है और निवेशक को हर महीने पैसा मिलता है। (PC: Pexels)
Regular Income Scheme: प्राइवेट सेक्टर में नौकरी करने वाले लोग अक्सर अपनी रिटायरमेंट लाइफ को लेकर परेशान रहते हैं। ना वे अपनी लाइफ में कुछ पैसा बचा पाते हैं और न ही उनके पास कोई बड़ा रिटायरमेंट फंड होता है। रिटायरमेंट के बाद व्यक्ति के पास कोई रेगुलर इनकम नहीं होती है। ऐसे में रोजमर्रा के खर्चे कैसे चलेंगे? रिटायरमेंट के बाद भी एक लंबा जीवन होता है, अगर आपके पास रेगुलर इनकम नहीं है, तो आपको बड़ी परेशानी हो सकती है। इसका सॉल्यूशन यह है कि आपको कम उम्र से ही रिटायरमेंट प्लानिंग शुरू करनी होगी।
30-35 साल की उम्र से ही आपको हर महीने अपनी सैलरी से एक छोटी रकम बचानी होगी और उसे अच्छी जगह इन्वेस्ट करना होगा। आज हम आपको एक ऐसा फॉर्मूला बताने वाले हैं, जिससे आप रिटायरमेंट के बाद अच्छी-खासी रेगुलर इनकम पा सकते हैं। इसके लिए आपको बहुत ज्यादा एफर्ट्स भी नहीं करने होंगे।
रिटायरमेंट के बाद आप रेगुलर इनकम चाहते हैं, तो आपको SIP और SWP की मदद लेनी होगी। रिटायरमेंट से पहले आपको एसआईपी करनी होगी और रिटायरमेंट के बाद एसडबल्यूपी। मान लीजिए आप अभी 35 साल के हैं। आपको हर महीने अपनी सैलरी से थोड़े से पैसे म्यूचुअल फंड एसआईपी में डालने हैं। इससे 60 साल की उम्र तक आपके पास काफी बड़ा फंड तैयार हो जाएगा। अब इस सारे पैसे को सिस्टमैटिक विड्रॉल प्लान (SWP) के जरिए इन्वेस्ट कर दें। इससे आपको हर महीने अच्छी खासी रकम मिलेगी। SWP में एकमुश्त पैसा जमा कराना होता है। इसके बाद निवेशक को हर महीने पैसा मिलता है।
म्यूचुअल फंड एसआईपी का रिटर्न मार्केट कंडीशंस और फंड के प्रकार पर निर्भर करता है। पर्सनल फाइनेंस एक्सपर्ट डॉ रवि सिंह ने पत्रिका डॉट कॉम को बताया कि आमतौर पर एसआईपी का रिटर्न 6 से 18 फीसदी के बीच होता है। उन्होंने कहा, 'लार्ज कैप इक्विटी फंड्स आमतौर पर 12 से 18 फीसदी और मिडकैप फंड्स 14 से 17 फीसदी रिटर्न दे देते हैं। डेट फंड कम रिस्की होते हैं, उनमें आमतौर पर 6 से 9 फीसदी के बीच रिटर्न मिलता है। लॉन्ग टर्म में म्यूचुअल फंड एसआईपी से औसत 12 फीसदी सालाना रिटर्न मिल जाता है।' वहीं, एसडबल्यूपी में 6 से 15 फीसदी के बीच रिटर्न मिल जाता है।
सबसे पहले आपको म्यूचुअल फंड एसआईपी करनी होगी। आप अपनी सैलरी से हर महीने 5500 रुपये बचाकर एसआईपी में डाल सकते हैं। आप 25 साल तक ऐसा करेंगे, तो 12% औसत सालाना रिटर्न के हिसाब से आपके पास 93,62,136 रुपये का फंड तैयार हो जाएगा। इसमें 16,50,000 रुपये निवेश राशि और 77,12,136 रुपये ब्याज आय होगी।
| विवरण | जानकारी |
|---|---|
| मासिक SIP निवेश | ₹5,500 |
| निवेश अवधि | 25 वर्ष |
| औसत वार्षिक रिटर्न | 12% |
| कुल फंड (25 वर्ष बाद) | ₹93,62,136 |
| कुल निवेश राशि | ₹16,50,000 |
| कुल ब्याज आय | ₹77,12,136 |
| विवरण | जानकारी |
|---|---|
| प्रारंभिक निवेश (SWP) | ₹93,00,000 |
| औसत वार्षिक रिटर्न | 9% |
| मासिक निकासी राशि | ₹80,000 |
| निकासी अवधि | 20 वर्ष |
| कुल निकासी राशि | ₹1,92,00,000 |
| अंत में बची हुई राशि | ₹10,12,884 |
अगर आप 35 साल की उम्र में यह निवेश शुरू करते हैं, तो 60 साल की उम्र में रिटायरमेंट के समय आपके पास 93,62,136 रुपये जमा हो जाएंगे। अब आप इसमें से 93 लाख रुपये म्यूचुअल फंड में SWP के जरिए इन्वेस्ट कर दें। हम 9 फीसदी औसत सालाना रिटर्न मानकर चलें, तो इस निवेश में आपको 20 साल तक हर महीने 80,000 रुपये मिलेंगे। इस तरह आप 20 साल में कुल 1,92,00,000 रुपये निकाल चुके होंगे। इसके बाद भी आपके पास आखिर में 10,12,884 रुपये बच जाएंगे। इस तरह आप अपनी रिटायरमेंट लाइफ अच्छे से गुजार सकते हैं।
(डिस्क्लेमर: यह आर्टिकल सिर्फ जानकारी मात्र है। यह निवेश की सलाह नहीं है। म्यूचुअल फंड में निवेश जोखिम भरा होता है। कहीं भी पैसा लगाने से पहले अपने निवेश सलाहकार से परामर्श लें।)
Published on:
12 Nov 2025 12:40 pm
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