India-US trade tariff resolution 2025: भारत सरकार के मुख्य आर्थिक सलाहकार वी. अनंत नागेश्वरन ने भारतीय उद्योग जगत को राहत भरी खबर दी है। उन्होंने गुरुवार को उम्मीद जताई है कि भारत और अमेरिका के बीच चल रहा टैरिफ विवाद (India US tariff dispute) अगले 8 से 10 हफ्तों के भीतर सुलझ सकता है। ध्यान रहे कि अमेरिकी प्रेसीडेंट डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाया है। नागेश्वरन ने यह बयान भारत चैम्बर ऑफ कॉमर्स की ओर से आयोजित एक सत्र को संबोधित करते हुए दिया। मुख्य आर्थिक सलाहकार ने बताया कि भारत और अमेरिका के बीच इस मुद्दे (India-US trade tariff resolution 2025)को सुलझाने के लिए उच्च स्तर की बातचीत जारी है। उनका मानना है कि निकट भविष्य में इस पर सकारात्मक परिणाम सामने आ सकते हैं। नागेश्वरन ने कहा,"मेरा अनुमान है कि अगले आठ से दस हफ्तों में भारत से अमेरिका को जाने वाले उत्पादों (US import duties India) पर लागू अतिरिक्त शुल्क का समाधान निकल सकता है।"
उन्होंने यह भी बताया कि दोनों देशों के बीच रेसिप्रोकल टैरिफ को लेकर भी चर्चा चल रही है। अभी कुछ भारतीय उत्पादों पर कुल 50% तक का शुल्क अमेरिका में लग रहा है, जिसमें से 25% अतिरिक्त शुल्क रूस से कच्चे तेल की खरीद को लेकर लगाया गया है। सरकार चाहती है कि इस टैरिफ को घटाकर 15% तक लाया जाए, जिससे भारतीय निर्यातकों को अंतरराष्ट्रीय बाजार में प्रतिस्पर्धा में बढ़त मिल सके।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच हुई हालिया बातचीत को लेकर पूछे गए सवाल पर नागेश्वरन ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि यह टैरिफ विवाद जल्द ही हल हो जाएगा। उन्होंने न्यूज एजेंसी IANS से बात करते हुए कहा: "बातचीत प्रगति पर है और मुझे विश्वास है कि निकट भविष्य में इसका समाधान निकल जाएगा।"
इस बीच भारत और अमेरिका के बीच पारस्परिक लाभ वाले व्यापार समझौते (BTA) पर बातचीत तेज हो गई है। इस सप्ताह अमेरिका के यूएस ट्रेड रिप्रेजेंटेटिव ऑफिस की टीम भारत आई है, जिसकी अगुवाई ब्रेंडन लिंच कर रहे हैं।
इस अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल ने भारत के वाणिज्य मंत्रालय के विशेष सचिव राजेश अग्रवाल के नेतृत्व में भारतीय अधिकारियों के साथ व्यापार समझौते से जुड़े मुद्दों पर गहन चर्चा की।
वाणिज्य मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि भारत और अमेरिका के बीच व्यापार संबंधों का महत्व दोनों पक्ष समझते हैं। इसीलिए, व्यापार समझौते से जुड़े सभी पहलुओं पर बातचीत सकारात्मक और दूरदर्शी रही है। सूत्रों के अनुसार, टैरिफ और अन्य व्यापारिक मुद्दों को लेकर कई स्तरों पर चर्चाएं जारी हैं, और इस बार दोनों देशों की सोच में मेल दिखाई दे रहा है।
बहरहाल यदि बातचीत सफल रही तो भारतीय उद्योगों को टैरिफ में बड़ी राहत मिल सकती है, जिससे निर्यात को बढ़ावा मिलेगा और भारत-अमेरिका व्यापार संबंधों को नई ऊर्जा मिलेगी। बाजार विश्लेषकों का भी मानना है कि आने वाले हफ्तों में इस दिशा में कोई बड़ा निर्णय सामने आ सकता है, जो दोनों देशों के आर्थिक रिश्तों को मजबूत करेगा।
Published on:
18 Sept 2025 04:05 pm