बर्तन दुकान
धन के देवता कुबरे और धन की देवी लक्ष्मी की पूजा का पर्व धनतेरस आज है। इसे लेकर शहर के बाजारों में रौनक बढ़ गई है। इस शुभ अवसर पर सराफा, ऑटोमोबाइल और बर्तन बाजार में जमकर खरीदारी होने की उम्मीद है। धनतेरस पर की गई खरीदारी को अक्षय फल देने वाला माना जाता है, जिसके चलते लोग विशेष रूप से सोना, चांदी, वाहन और बर्तनों की खरीदारी करते हैं।
धनतेरस के शुभ मुहूर्त में खरीदारी के लिए सोने-चांदी के आभूषण, ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक्स और बर्तन की दुकानों में छूट और विशेष ऑफर की भरमार है। सराफा बाजार में आभूषणों की मांग बढऩे की उम्मीद है। वहीं, ऑटोमोबाइल बाजार में ग्राहकों को आसान फाइनेंसिंग विकल्प और कैश बैक ऑफर के साथ आकर्षित किया जा रहा है।
धनतेरस के दिन सोने, चांदी और धातु के बर्तनों की खरीदारी को शुभ माना जाता है। यह पर्व धन और समृद्धि का प्रतीक है, और इस दिन की गई खरीदारी को जीवन में स्थायी समृद्धि और सुख का कारक माना जाता है। इस अवसर पर लोग अपने घरों में नए बर्तन, गहने और अन्य धातु से बने वस्त्र लाकर सुख-समृद्धि का स्वागत करते हैं। सराफा, ऑटोमोबाइल और बर्तन बाजार के साथ ही इलेक्ट्रॉनिक्स बाजार में भी ग्राहकों की भीड़ जुटने की संभावना है। दुकानदारों ने ग्राहकों की भीड़ को ध्यान में रखते हुए अतिरिक्त स्टाफ का भी प्रबंध किया है ताकि ग्राहकों को अच्छे सेवा अनुभव के साथ इस त्योहार का आनंद मिल सके। इस तरह धनतेरस पर सभी बाजारों में खरीदारी का सिलसिला जोर-शोर से चलने की संभावना है, जिससे व्यापारी और ग्राहक दोनों ही उत्साहित हैं।
सोना खरीदते समय कुछ बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। सबसे पहले बीआईएस हॉलमार्क जरूर देखें, जिससे सोने की शुद्धता की पुष्टि होती है। इसमें बीआईएस निशान, कैरेट (22 कैरेट, 24 कैरेट आदि), ज्वेलर कोड, जांच केंद्र कोड और एचयूआईडी नंबर होता है। 24 कैरेट सोना निवेश के लिए उपयुक्त होता है, जबकि 22 कैरेट गहनों के लिए सही रहता है। खरीदते समय बनाने का खर्च और बर्बादी (वेस्टेज) स्पष्ट रूप से पूछें क्योंकि ये कीमत बढ़ाते हैं। हमेशा पक्की रसीद लें, जिसमें वजन, कैरेट, कर और हॉलमार्क का विवरण दर्ज हो। खरीदने से पहले दिन का सोने का भाव जांच लें और वापसी या बदलने की नीति समझ लें। निवेश के लिए हॉलमार्क वाले सिक्के या बिस्कुट खरीदें, क्योंकि इनमें बनाने का खर्च नहीं लगता। बिना रसीद या हॉलमार्क के सोना खरीदने से बचें। इन बातों से आप शुद्ध सोना खरीदते समय ठगी और नुकसान से बच सकते हैं।
चांदी खरीदते समय भी कुछ अहम बातों पर ध्यान देना जरूरी है। सबसे पहले बीआईएस हॉलमार्क या शुद्धता की मुहर जरूर देखें, जो असली चांदी की पहचान होती है। शुद्ध चांदी 999 शुद्धता यानी 99.9 प्रतिशत होती है, जबकि गहनों में 925 शुद्धता (92.5 प्रतिशत) वाली स्टर्लिंग सिल्वर का उपयोग होता है। खरीदते समय वजन, शुद्धता और भाव की पुष्टि करें। चांदी का भाव रोज बदलता है, इसलिए उसी दिन का दाम जांच लें। बनाने का खर्च और बर्बादी (वेस्टेज) के बारे में पहले से स्पष्ट जानकारी लें। हमेशा बिल अवश्य लें, जिसमें वजन, शुद्धता और कर का विवरण लिखा हो। बिना बिल या हॉलमार्क की चांदी लेने से बचें। निवेश के लिए चांदी के सिक्के या बिस्कुट बेहतर रहते हैं क्योंकि इनमें बनाने का खर्च नहीं होता। गहनों के लिए विश्वसनीय ज्वेलर से ही खरीदें। इन सावधानियों से आप असली और शुद्ध चांदी खरीदने में सुरक्षित रहेंगे।
पंडित गुलाब रावत ने बताया पंचांग के अनुसार कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि 18 अक्टूबर, शनिवार की दोपहर 12 बजकर 18 मिनट पर शुरू होगी और इस तिथि का समापन 19 अक्टूबर को होगा। अभिजित मुहूर्त दोपहर 12 बजकर 01 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 48 मिनट तक रहेगा। लाभ-उन्नति चौघडिय़ा मुहूर्त दोपहर 01 बजकर 51 मिनट से लेकर दोपहर 03 बजकर 18 मिनट तक रहेगा। वहीं, प्रदोष काल शाम 06 बजकर 11 मिनट से लेकर रात 08 बजकर 41 मिनट तक रहेगा। इस दौरान आप खरीदारी से लेकर पूजा-पाठ तक कोई भी शुभ काम कर सकते हैं।
Published on:
18 Oct 2025 10:46 am
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