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मेला जल विहार 2025 में दिखेगी संस्कृति और परंपरा की भव्य झलक

9 और 10 अक्टूबर को विद्यालयीन सांस्कृतिक प्रस्तुतियां, 11 को आल्हा गायन, 12 को लोकगीत, 13 को जबाबी कीर्तन, 14 को लोकनृत्य राई, 15 को संगीत निशा, 16 को भजन संध्या, 17 को अखिल भारतीय कवि सम्मेलन, 18 को बुंदेली बैंड नाइट और 19 अक्टूबर को ऑल इंडिया मुशायरा का भव्य आयोजन होगा

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jal vihar trade

मेला जल विहार

नगर पालिका परिषद छतरपुर द्वारा इस वर्ष भी परंपरागत मेला जल विहार 2025 का आयोजन 9 से 19 अक्टूबर तक नगर पालिका प्रांगण में किया जा रहा है। यह मेला न केवल मनोरंजन का माध्यम होगा, बल्कि बुंदेलखंड की समृद्ध लोक संस्कृति और परंपरा को जीवंत करने का अवसर भी बनेगा।

मुख्य नगरपालिका अधिकारी माधुरी शर्मा और नगर पालिका अध्यक्ष ज्योति सुरेन्द्र चौरसिया के निर्देशन में इस वर्ष मेला को और अधिक आकर्षक, सांस्कृतिक और पारंपरिक रूप दिया गया है। मेला समिति ने बताया कि 10 दिनों तक चलने वाले इस आयोजन में स्थानीय कलाकारों से लेकर बाहर से आए कलाकार, कवि, गायक, नृत्यांगनाएं और विद्यार्थी अपनी प्रस्तुतियां देंगे।

कार्यक्रमों की झलक

9 और 10 अक्टूबर को विद्यालयीन सांस्कृतिक प्रस्तुतियां, 11 को आल्हा गायन, 12 को लोकगीत, 13 को जबाबी कीर्तन, 14 को लोकनृत्य राई, 15 को संगीत निशा, 16 को भजन संध्या, 17 को अखिल भारतीय कवि सम्मेलन, 18 को बुंदेली बैंड नाइट और 19 अक्टूबर को ऑल इंडिया मुशायरा का भव्य आयोजन होगा।

मनोरंजन और खानपान के आकर्षण

मेले में सर्कस, मौत का कुआं, झूले, चिड़ियाघर, पायल की झंकार, मीना बाजार, “द वर्निंग ट्रेन”, बाम्बे विकास प्रदर्शनी, चौपाटी, कलकत्ता की मिठाई, मथुरा के पेड़े, ग्वालियर की गजक और बुंदेली व्यंजन दर्शकों के आकर्षण का केंद्र रहेंगे। मेले के आयोजन से शहर में न केवल उत्सव का माहौल बनेगा, बल्कि स्थानीय व्यवसायियों, कलाकारों और हस्तशिल्पकारों को भी एक बड़ा मंच मिलेगा।