छिंदवाड़ा. कुंडीपुरा थाना अंतर्गत सिवनी मार्ग स्थित उमरिया ईसरा में 28 जून 2025 को बस्ती से कुछ दूरी पर एक प्रौढ़ का शव मिला था, शव का सिर पत्थर से कुचला हुआ था तथा समीप नहर से लेकर कुछ दूरी पर कई स्थानों पर खून पड़ा हुआ था। सूचना पर कुंडीपुरा पुलिस पहुंची तथा शव की शिनाख्त मनीराम (55) पिता गोपी जमोरे निवासी ग्राम आमटा टोला थाना चौरई से होने के बाद मामले की जांच शुरु कर दी।
इस मामले में पुलिस ने उमरिया ईसरा व आसपास क्षेत्र के तकरीबन 30 सीसीटीव्ही कैमरे चैक किए थे, इस दौरान संदिग्ध मंगल सिंह (32) पिता जुगराज इरपाची निवासी धनोरा गोसाई दिखाई दिया तथा मोबाइल लोकेशन के आधार पर जब पूछताछ की गई तो उसने हत्या करना कबूल लिया। आरोपी मंगल ने पुलिस पूछताछ में बताया कि 27 जून 2025 को वह बाइक से ससुराल उमरिया इसरा जा रहा था, इसी दौरान उससे मनीराम ने लिफ्ट मांगी थी। लिफ्ट देने के बाद मंगल तथा मनीराम दोनों उमरिया ईसरा के समीप की नहर के बाजू में पहुंचकर कच्ची शराब पीने लगे थे।
इसी दौरान दोनों के बीच विवाद होने पर आरोपी मंगल इरपाची ने लकड़ी से मनीराम के सिर व चेहरे पर हमला कर उसे मौत के घाट उतार दिया। हत्या के बाद मनीराम ने ससुर से पुराना विवाद होने पर ससुर को फंसाने के उद्देश्य से मनीराम के शव को कंधे पर उठाकर ससुर के घर की ओर ले गया। घटना स्थल से पांच सौ मीटर की दूरी पर ले जाते समय उसने कई स्थानों पर शव को जमीन पर रखा था, जिसके कारण जमीन पर खून के निशान बन गए। कुछ दूरी पर ले जाने पर रात में जब कुत्ते भोकने लगे तो शव को रास्ते में छोड़ कर वह भाग गया। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लकड़ी, खून लगे कपड़े, बाइक तथा मोबाइल जब्त किया है।
इस कार्रवाई में कुंडीपुरा थाना प्रभारी एसआई महेंद्र भगत, धरमटेकड़ी चौकी प्रभारी अविनाश पारधी, एसआई करिश्मा चौधरी, डोल सिंह बरकड़े, एएसआई मनोज रघुवंशी, राजेश शर्मा, प्रधान आरक्षक रविंद्र ठाकुर, विनोद राजपूत, हरीश वर्मा, रंजीत विश्वकर्मा, आरक्षक जीवन रघुवंशी, प्रदीप चंद्रवंशी, विनोद नागेश, पुष्पराज, सतीश बघेल, साइबर सेल टीम आदित्य रघुवंशी, नितिन ठाकुर, अभिषेक ठाकुर की मुख्य भूमिका रही है।
Updated on:
19 Jul 2025 11:28 am
Published on:
19 Jul 2025 11:27 am