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‘विश्व क्रिकेट में खोज के दिखाओ इतना टैलेंडेट खिलाड़ी’, इग्लैंड के पूर्व ओपनर ने दी दुनिया को चुनौती

बॉयकॉट ने बुधवार को द टेलीग्राफ में अपने कॉलम में लिखा, "मैं किसी को भी चुनौती देता हूं कि वह मुझे विश्व क्रिकेट में कोई और नंबर पांच या मध्यक्रम का बल्लेबाज बताए, जिसमें इतनी प्रतिभा हो, खेल को अपनी गिरफ्त में लेने की क्षमता हो।

London: India's captain Shubman Gill interacts with England's Harry Brook after the fifth Test cricket match between India and England
London: India's captain Shubman Gill interacts with England's Harry Brook after the fifth Test cricket match between India and England (Photo- IANS)

इंग्लैंड के पूर्व सलामी बल्लेबाज ज्योफ्री बॉयकॉट का मानना है कि हैरी ब्रूक में इस पीढ़ी के 'मध्यक्रम के महान खिलाड़ियों' में से एक बनने की क्षमता है। भारत के खिलाफ हाल ही में 2-2 से ड्रॉ हुई सीरीज में ब्रूक ने 53.44 की औसत से 481 रन बनाए।ओवल में 98 गेंदों पर 111 रनों की उनकी पारी ने इंग्लैंड को रोमांचक टेस्ट मैच में लगभग जीत की दहलीज तक पहुंचा दिया था, जिसे भारत ने छह रनों से जीत लिया।

उन्होंने कहा कि मैं लंबे समय से मानता रहा हूं कि हैरी ब्रूक इस पीढ़ी के महान मध्यक्रम के खिलाड़ियों में से एक हो सकते हैं। उनके जैसे खिलाड़ी बार-बार नहीं मिलते, और वे वैली हैमंड और डेनिस कॉम्पटन की श्रेणी में आ सकते हैं, जिन्हें इंग्लैंड के महानतम खिलाड़ियों में से हर कोई मानता है।

ब्रूक में है ये खास गुण

उनका मानना है कि हैरी में बल्लेबाजी को आसान बनाने का एक खास गुण है। वे लंबे हैं और इससे उन्हें लंबे लीवर मिलते हैं, इसलिए जब वे गेंद को हिट करते हैं तो उनमें बहुत ताकत होती है और वे बिना ज्यादा जोर लगाए गेंदबाजों से खेल छीन लेते हैं। इस दौर में, बाकी सभी की तुलना में वे सबसे ऊपर हैं।

बॉयकॉट ने बुधवार को द टेलीग्राफ में अपने कॉलम में लिखा, "मैं किसी को भी चुनौती देता हूं कि वह मुझे विश्व क्रिकेट में कोई और नंबर पांच या मध्यक्रम का बल्लेबाज बताए, जिसमें इतनी प्रतिभा हो, खेल को अपनी गिरफ्त में लेने की क्षमता हो और गेंदबाजों को इतना संघर्ष कराने की क्षमता हो।"

अब तक 10 शतक ब्रूक के नाम

ब्रुक के रन बनाने के अंदाज को और मजबूती तब मिली जब भारत के मुख्य कोच गौतम गंभीर ने उन्हें इंग्लैंड का प्लेयर ऑफ द सीरीज चुना। ब्रूक के नाम अब एक तिहरे शतक सहित दस टेस्ट शतक हैं और उन्होंने 30 टेस्ट मैचों में 2820 रन बनाए हैं। बॉयकॉट ने कहा कि ब्रुक के पास इतने विविध स्ट्रोक्स हैं कि जब वह लय में आते हैं, तो गेंदबाजों पर हावी हो जाते हैं, हर क्षेत्र में रन बनाते हैं। गेंदबाजों को समझ नहीं आता कि उन्हें कहां गेंद फेंकनी है और एक बल्लेबाज के तौर पर यह एक शानदार स्थिति होती है।

मेरा हमेशा से मानना रहा है कि हर टीम को एक सच्चे, अप्रत्याशित बल्लेबाज की जरूरत होती है जो असाधारण चीजें कर सके। हां, वे कभी-कभी बेतुके शॉट खेलते हैं, लेकिन हमें यह स्वीकार करना होगा क्योंकि बदले में आपको जो मिलता है वह बहुत बड़ा बोनस होता है।"