दमोह जिले के तेंदूखेड़ा. डबल लॉक वितरण केंद्र से सोमवार को किसानों को यूरिया वितरण शुरू हुआ। अल सुबह से किसान कतार में लग गए थे। सुबह दस बजे जैसे ही यूरिया का वितरण शुरू हुआ। उसी दौरान वे भड़क उठे। मात्र एक बोरी यूरिया दिए जाने से उनका गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया। देखते ही देखते ही किसान हाइवे पर पहुंच गए।जिन्होंने दमोह-जबलपुर हाइवे जाम कर दिया। पांच घंटे तक आवागमन बंद रहा। इस बीच प्रशासनिक अधिकारियों ने समझाने की कोशिश की, लेकिन वे नहीं माने। किसानों ने शासन, प्रशासन व कृषि मंत्री व जिम्मेदारों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शन के दौरान दर्जनों बसों व अन्य वाहनों की लंबी-लंबी कतारें हाइवे के दोनों ओर लगी रहीं। इससे लोगों को काफी परेशानी उठानी पड़ी।
सोमवार के दिन खाद मिलने की उम्मीद से दर्जनों किसान सुबह 3 बजे से गोदाम के बाहर बैठ गए थे। लगभग सुबह साढे 9 बजे से एक-एक बोरी का कूपन दिया जाने लगा था। 30 किसानों को खाद भी वितरण किया गया। जिससे नाराज किसानों ने पुलिस के बेरिकैड्स भी तोड़ दिए और इस दौरान मौजूद तहसीलदार विवेक व्यास ने खाद का वितरण बंद करा दिया गया। जिस कारण सभी कृषकों में रोष बढ़ गया।
सोमवार की सुबह साढे 10 बजे बस स्टैंड आकर चौराहा पर जाम लगा दिया गया। प्रशासन के अधिकारियों के बार-बार समझाने पर भी किसानों ने जाम नहीं खोला। लगभग डेढ बजे एसडीएम सौरभ गंधर्व, जिला विपणन अधिकारी इंद्रपाल ङ्क्षसह राजपूत, सुधीर ङ्क्षसह भदोरिया एडिशनल एसपी, एसडीओपी देवीङ्क्षसह ठाकुर ने पहुंचकर किसानों को समझाने का प्रयास किया गया, लेकिन वे नहीं मान रहे थे। हालांकि जाम देखकर तारादेही, तेजगढ, नोहटा, जबेरा का पुलिस बल बज्र वाहन के साथ बुला लिया गया था। कृषकों ने शासन प्रशासन के अलावा मंत्री के खिलाफ नारे बाजी करते रहे। अनेक किसानों की अधिकारियों से बहस के अलावा धक्का मुक्की भी हुई। एडीएम मीना मसराम भी पहुंच गई थी। वाहनों की चाबी भी निकाल ली गई थी। कुछ किसानों ने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन भी दिया गया।
जिला विपणन अधिकारी इंद्रपाल ङ्क्षसह ने कहा कि वर्तमान गोदाम में लगभग 700 बोरी खाद है, जो पर्याप्त मात्रा में नहीं है। खाद वितरण के कूपन दिए जा रहे है, क्योंकि खाद की रैक लग रही है। जो 6 अगस्त तक यहां पर आ जाएगा और 7 अगस्त की सुबह से सभी किसानों को एक एकड पर एक बोरी खाद दिया जाएगा।
जाम में कई बीमार भी फंसे हुए थे। इलाज कराने जबलपुर जाना था। कई लोगों को इलाज कराए बिना ही वापस लौटना पड़ा। हालांकि, किसानों ने एंबुलेंस को नहीं रोका। प्रदर्शन के दौरान जाम में फंसी एम्बुलेंस को रास्ता
दिया गया।
लगभग साढ़े 3 बजे जनपद अध्यक्ष तुलाराम यादव ने अधिकारियों से चर्चा कर किसानों से बात की। अभी वर्तमान में सभी को कूपन दिए जाएंगे और तीन दिन बाद जिनके पास कूपन होंगे उन सभी को खाद दिया जाएगा। इसके बाद जाम समाप्त कर दिया और गोदाम पहुंचकर पुलिस के मौजूदगी में खाद के कूपन प्राप्त किए। किसानों ने प्रशासन को चेतावनी दी है कि अगर वायदे के अनुसार खाद प्राप्त नहीं हुआ तो हम सभी फिर से उग्र आंदोलन करेंगे।
एसडीओपी डीएस ठाकुर ने बताया कि आज जो जाम लगा उसकी जांच की जा रही है, अगर यह जाम जबरदस्ती लगवाया गया होगा या किसी के कहने पर लगा होगा, तो तथ्यों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी
Published on:
05 Aug 2025 05:44 pm