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रीना ने बांग्लादेशी ममून को सचिन बनाकर रचाई शादी, दोनों गिरफ्तार, 11 माह  का बच्चा भी भेजा जेल

Cross-Border Crime:देहरादून की रीना चौहान ने बांग्लादेशी ममून को अपने पूर्व पति का नाम देकर उससे शादी रचा ली। साथ ही अवैध तरीके से उसका आधार, वोटर आईडी आदि दस्तावेज भी बना लिए। पुलिस ने दंपति को गिरफ्तार कर लिया है। उनका 11 माह का बेटा भी मां के साथ जेल की बैरक में रहेगा।

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Bangladeshi Mamun and Reena Chauhan have been arrested in Dehradun

देहरादून में पुलिस ने दंपति को गिरफ्तार किया है

Cross-Border Crime:बांग्लादेशी नागरिक ममून को सचिन बनाकर देहरादून में एक महिला ने उससे शादी कर ली। रीना चौहान नाम की महिला ने ममून को अपने पूर्व पति का नाम दिया था। आरोपी देहरादून में रीना के साथ किराये पर रहने के साथ जाखन स्थित सर्किल क्लब में बाउंसर की नौकरी करने लगा। इस बीच पुलिस और खुफिया विभाग को इसकी भनक लग गई। गुरुवार रात आरोपी दंपति को गिरफ्तार कर लिया गया । दोनों का 11 महीने का एक बच्चा भी है। एसएसपी अजय सिंह ने शुक्रवार को प्रेसवार्ता में इसका खुलासा किया। एसएसपी के मुताबिक, 28 वर्षीय बांग्लादेशी नागरिक ममून हाल निवासी किरायेदार अलकनंदा एन्क्लेव फेस-दो थाना नेहरू कॉलोनी और उसकी साथ रह रही त्यूनी के ट्यूटार निवासी रीना चौहान को गिरफ्तार किया है। दोनों की मुलाकात 2019 में फेसबुक के जरिए हुई थी। रीना ने ममून के संपर्क में आकर अपने पति सचिन चौहान को तलाक दिए बिना छोड़ दिया। इसके बाद ममून हसन 2019, 2020 और 2021 में तीन बार टूरिस्ट वीजा पर भारत आया। ममून कोरोनाकाल में वीजा खत्म होने पर लौटा और वह अपने साथ रीना को भी ले गया था। साल 2022 में बांग्लादेश में दोनों ने निकाह कर लिया था।

चोरी-छीपे लांघी अंतरराष्ट्रीय सीमा

बांग्लादेशी ममून और रीना चौहान ने अंतरराष्ट्रीय सीमा लांघकर भारत लौटे थे। वापस आए ममून को भारतीय नागरिक बनने में देर न लगी। रीना का खूब साथ मिला। रीना ने पहले सचिन चौहान नाम के युवक के साथ शादी की थी। इसके बाद कर ममून के ही दस्तावेज अपने पहले पति सचिन चौहान के नाम से बनवा लिए। इसके बाद दंपति ने नेहरू कॉलोनी क्षेत्र में किराये का कमरा लिया। इस बीच किसी को सचिन के ममून होने की भनक लग गई। सूचना पर खुफिया एजेंसियों और पुलिस की टीम ने मौके पर पहुंचकर दोनों आरोपियों को धर-दबोचा।

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आधार, पेनकार्ड और वोटर आईडी भी बनाई

बांग्लादेशी ममून ने रीना की मदद से सबसे पहले मतदाता पहचान पत्र 2021 में ही बना लिया था। यह ब्राह्मणवाला खाला, सहस्रधारा रोड के पते पर बनाया गया। इसके बाद दोनों एक बार साथ में बांग्लादेश गए। ममून से वापस आकर भारतीय आधार कार्ड और पेन कार्ड बनाया जो बरामद हुआ है। आधार पर एक्टिव फोन नंबरों और बैंक खातों की जानकारी हासिल की जा रही है। पुलिस यह भी जांच करेगी कि हल्द्वानी की तरह देहरादून में बांग्लादेशियों को बसाने वाला कोई गैंग तो सक्रिय नहीं है। ऑपरेशन कालनेमि के तहत दून पुलिस अब तक 16 अवैध बांग्लादेशी नागरिकों के खिलाफ कार्रवाई कर चुकी है। जिनमें नौ को डिपोर्ट किया जा चुका है और सात को जेल भेजा गया है। पुलिस का अभियान लगातार जारी है।

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11 माह का बेटा भी रहेगा जेल

बांग्लादेशी नागरिक ममून और रीना चौहान को शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया गया। एसओ नेहरू कॉलोनी संजीत कुमार ने बताया कि दोनों को शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट से दोनों को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया है। उन्होंने बताया कि उनका 11 माह का बेटा भी रीना के साथ जेल की महिला बैरक में ही रहेगा। वहीं बच्चे की देखभाल होगी। इधर, एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि दोनों से लंबी पूछताछ की गई। इस दौरान पता लगा कि बांग्लादेश के ममून को भारतीय सचिन चौहान बनाने में कई लोगों ने मदद की। इनमें कुछ के नाम पुलिस को पता लग गए हैं। जल्द इन आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा।