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रहस्यमयी बुखार से कई लोगों की मौत, फैली दहशत, शासन ने बनाई जांच टीमें

Mysterious Disease:एक माह के भीतर रहस्यमयी बुखार कई लोगों की जिंदगी छीन चुका है। इस खतरनाक वैरिएंट से लोगों में दहशत का माहौल है। उत्तराखंड शासन ने सीएमओ को प्रभावित इलाकों में चिकित्सकों की टीमें भेजने के निर्देश जारी कर दिए हैं। जल्द ही ये टीमें प्रभावित इलाकों में कैंप लगाकर कर लोगों के सैंपल लेंगी।

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Several people died due to mysterious fever in Uttarakhand

प्रतीकात्मक फोटो

Mysterious Disease:रहस्यमयी बुखार से विभिन्न इलाकों में कई लोगों की मौत से हड़कंप मचा हुआ है। ये रहस्यमयी बीमारी उत्तराखंड के कई क्षेत्रों में फैल रही है। खासतौर पर अल्मोड़ा जिले के धौलादेवी और हरिद्वार के रुड़की क्षेत्र में कई लोग इस बीमारी की चपेट में आकर जान गंवा चुके हैं। इधर, धौलादेवी ब्लॉक में 20-25 दिन के भीतर पांच लोग इस बुखार की चपेट में आकर जान गंवा चुके हैं। इस बीमारी की चपेट में आने के बाद शहरों के बड़े अस्पतालों में उपचार मिलने पर कुछ मरीजों की जान बच पाई है। यह खतरनाक बुखार अचानक लोगों को जकड़ रहा है। इस बुखार से पीड़ित मरीजों की प्लेटलेट्स अचानक गिर रही हैं। बुखार आने के एक-दो दिन के भीतर ही कई लोग जान गवा चुके हैं। कई लोगों को विभिन्न अस्पतालों में उपचार भी चल रहा है। इससे पूरे इलाके में दहशत का माहौल है। मामला संज्ञान में आते ही उत्तराखंड के स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर राजेश कुमार ने अल्मोड़ा और हरिद्वार सीएमओ को इसकी जांच के निर्देश जारी कर दिए हैं। उन्होंने सीएमओ को निर्देश दिए हैं कि तत्काल प्रभावित इलाकों में कैंप लगाकर लोगों की जांच कराएं। साथ ही बुखार आने के कारणों और वेरिएंट का भी पता लगाने के लिए व्यापक पैमाने पर सैंपलिंग कराएं।

मेडिकल कॉलेज में भी उपचार नहीं

इस घातक बुखार ने स्वास्थ्य सेवाओं की भी पोल खोलकर रख दी है। अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज के बेस अस्पताल में कुछ ही दिन के भीर चार लोगों की मौत हो चुकी है। भर्ती होने के 24 घंटे के भीतर बेस अस्पताल में बुखार पीड़ितों ने दम तोड़ा है। इन सभी मामलों मरीजों को प्लेटलेट्स गिरने पर हायर सेंटर रेफर करने से पहले ही जान से हाथ गंवानी पड़ी हैं। लोगों का कहना है कि अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज में पर्याप्त सुविधाएं नहीं होने के कारण ये हालात पैदा हुए हैं। जनप्रतिनिधियों ने स्वास्थ्य विभाग पर वायरल फीवर का उपचार करने में नाकाम रहने का आरोप लगाने के साथ ही गहरी नाराजगी जताई थी। इसी को देखते हुए शासन ने सीएमओ को जरूरी निर्देश दिए हैं।

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