Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

10-15 मिनट करते-करते गुजरा 1 घंटा, मजबूरन कार में ले जाना पड़ा शव

mp news: जिला अस्पताल में 4 शव वाहन खड़े थे लेकिन ड्राइवर नहीं था, एक घंटे तक इंतजार करने के बाद कार से शव ले गए परिजन...।

2 min read
dewas

waiting for an hour could not find a hearse family was forced to take body in a car

mp news: मध्यप्रदेश के देवास के बरोठा थाना इलाके के सिरोल्या गांव में एक बुजुर्ग ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। गुरुवार को जिला अस्पताल में बुजुर्ग के शव को पोस्टमार्टम हुआ लेकिन पोस्टमार्टम के बाद शव को घर ले जाने के लिए परिजन को करीब एक घंटे तक शव वाहन नहीं मिला। हैरानी की बात ये है कि उस वक्त अस्पताल में 4 शव वाहन खड़े थे लेकिन फिर भी परिजन को कार से बुजुर्ग का शव घर ले जाना पड़ा। इस दौरान पीड़ित परिवार के सदस्य ने दुखी मन से दोषियों पर कार्रवाई करने और शव वाहन सेवा बंद करने की मांग प्रशासन और सरकार से की है।

एक घंटे तक शव वाहन के लिए परेशान होते रहे परिजन

जानकारी के अनुसार बरोठा निवासी बुजुर्ग प्रकाश मंडलोई ने बुधवार शाम खेत पर फांसी लगा ली थी। इसके बाद बरोठा पुलिस ने शव को पीएम के लिए जिला अस्पताल भेजा था। गुरुवार सुबह पीएम के बाद परिजन शव वाहन के लिए परेशान होते नजर आए। उल्लेखनीय है कि जिला अस्पताल में 4 शव वाहन है और उस समय शव वाहन खड़े भी थे लेकिन ड्राइवर नहीं होने से मृतक के परिजन परेशान होते रहे। मृतक के भतीजे राकेश मंडलोई ने बताया हमने 108 पर सूचना दी लेकिन एक घंटे तक कभी 10 मिनट तो कभी 15 मिनट में आने की बात कहते रहे लेकिन कोई नहीं आया।

मृतक के परिजन बोले- बंद कर दें ये व्यवस्था

रोते हुए राकेश ने कहा कि मैं प्रदेश के मुखिया से निवेदन करता हूं कि गरीब लोगों को यह व्यवस्था नहीं मिल पा रही है। एक घंटे से हम परेशान हैं। परिजन घर पर रो रहे हैं लेकिन 108 एम्बुलेंस आने को तैयार नहीं है। मुख्यमंत्री से निवेदन है कि यह व्यवस्था बंद कर दी जाए। कलेक्टर से निवेदन है कि इन पर सख्त कार्रवाई की जाए। उधर मामले में आरएमओ डॉ अजय पटेल ने बताया संबंधित कंपनी के कोऑडिनेटर को शोकाज नोटिस जारी किया गया है।