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Dungarpur : अयोध्या-काशी कॉरिडोर की तर्ज पर हो बेणेश्वर धाम का विकास, लाखों श्रद्धालुओं को उम्मीद पीएम मोदी करेंगे घोषणा

Dungarpur : अब जब प्रधानमंत्री गुरुवार को बांसवाड़ा में आ रहे हैं, तो लाखों श्रद्धालुओं को उम्मीद है कि वे अयोध्या और काशी के कॉरिडोर की तर्ज पर बेणेश्वर धाम के विकास की घोषणा करेंगे।

Beneshwar Dham should be developed on lines of Ayodhya-Kashi corridor Millions of devotees hope PM Modi will announce
फोटो पत्रिका

Dungarpur : राजस्थान में लाखों श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र और वागड़ प्रयाग बेणेश्वर धाम न केवल राष्ट्रीय, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान रखता है, लेकिन आज भी विकास के मामले में पीछे हैं। अब जब प्रधानमंत्री गुरुवार को बांसवाड़ा में आ रहे हैं, तो लाखों श्रद्धालुओं को उम्मीद है कि वे अयोध्या और काशी के कॉरिडोर की तर्ज पर बेणेश्वर धाम के विकास की घोषणा करेंगे।

विकास की राह देखता ‘वागड़ का प्रयागराज’

वागड़ की त्रिवेणी के इस संगम स्थल पर, जहां सोम, माही और जाखम नदियों का मिलन होता है, आज भी विकास का अभाव साफ नजर आता है। यहां आने वाले श्रद्धालुओं को पीने के शुद्ध पानी के लिए नदियों तक जाना पड़ता है। शौचालयों की सुविधा न होने से दूर-दराज से आने वाले लोगों को शर्मिंदगी महसूस होती है। रात में रुकने के लिए न तो कोई धर्मशाला है और न ही सामुदायिक भवन, जिससे श्रद्धालुओं को काफी परेशानी होती है।

10 साल की कहानी

पिछले 10 साल में, बेणेश्वर धाम के विकास की कई योजनाएं बनीं, लेकिन वे पूरी नहीं हो पाईं। 2013-14 में भाजपा सरकार ने राष्ट्रीय धरोहर प्राधिकरण और देवस्थान विभाग के जरिए 255 करोड़ का मास्टर प्लान तैयार किया। हालांकि, इसमें से केवल 15 करोड़ के 5 कार्य ही स्वीकृत हुए, जो आज भी अधूरे हैं। 2022 में कांग्रेस सरकार ने बेणेश्वर धाम के हर साल टापू में तब्दील होने की समस्या को देखते हुए 132 करोड़ के हाई-ब्रिज पुल का शिलान्यास कराया, लेकिन इसकी गति काफी धीमी है। सरकार ने बेणेश्वर विकास बोर्ड का गठन कर 100 करोड़ का बजट भी जारी किया, लेकिन धरातल पर आने से पहले ही सरकार बदल गई।

राजनीतिक यात्राएं अधिक, विकास कम

पिछले दस साल में कई राष्ट्रीय स्तर के नेताओं ने बेणेश्वर धाम की यात्रा की। 2013 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (उस समय गुजरात के मुख्यमंत्री), 2022 में राहुल गांधी, 3 सितंबर 2023 को गृह मंत्री अमित शाह, 14 फरवरी 2023 को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और 2023 में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत यहां आए। इन यात्राओं के दौरान मुख्यमंत्रियों और मंत्रियों ने विकास की कई घोषणाएं कीं, लेकिन श्रद्धालु आज भी उनके पूरा होने का इंतजार कर रहे हैं।

ताकि भक्तों को मिलें सुविधाएं

बेणेश्वर धाम का विकास अयोध्या, काशी और हरिद्वार के कॉरिडोर की तरह होना चाहिए, ताकि भक्तों को सभी सुविधाएं मिलें। संत मावजी की लीलाओं और भविष्यवाणियों पर डॉक्यूमेंट्री फिल्म बने और सनातन संस्कृति व आध्यात्मिक शिक्षा का लाभ मिल सके।
अच्युतानंद महाराज, बेणेश्वर धाम के पीठाधीश्वर

चारों ओर रिंगवाल का निर्माण जरूरी

बेणेश्वर धाम के लिए नदियों पर घाट निर्माण, धर्मशाला, पौधारोपण, पेयजल सुविधा, सुलभ कॉप्लेक्स, स्वाध्याय भवन और टापू की मिट्टी के कटाव को रोकने के लिए चारों ओर रिंगवाल का निर्माण बहुत जरूरी है।
बलवंत सिंह वालाई, बेणेश्वर शिवालय ट्रस्ट के अध्यक्ष