एसएससी ने किए परीक्षा नियमों में बदलाव। (Image Source: Gemini AI)
SSC Exam Policy Changes 2025: स्टाफ सेलेक्शन कमीशन (SSC) ने अपनी परीक्षाओं में पारदर्शिता और निष्पक्षता बढ़ाने के उद्देश्य से बड़े बदलावों की घोषणा की है। नई व्यवस्था के तहत, उम्मीदवार अब वैध प्रमाण प्रस्तुत करके आंसर की पर आपत्तियां दर्ज करा सकते हैं। प्रत्येक परीक्षा के बाद, उम्मीदवार अपने प्रश्नपत्र, उत्तर और सही उत्तर देख सकेंगे, जिससे वे अधिक प्रभावी ढंग से आपत्तियां दर्ज करा सकेंगे और भविष्य में संदर्भ के लिए उनकी प्रतियां रख सकेंगे।
स्टाफ सेलेक्शन कमीशन ने आंसर की पर आपत्ति दर्ज करने के लिए प्रश्नानुसार फीस 100 रुपये से घटाकर 50 रुपये कर दी है। ये उन छात्रों के लिए बड़ी खुशखबरी है जो फीस के चलते आंसर की पर आपत्ति नहीं दर्ज कर पाते थे।
एसएससी ने "इक्वि-पर्सेंटाइल नॉर्मलाइजेशन" प्रणाली भी शुरू की है, जो उम्मीदवारों का मूल्यांकन उनके मूल अंकों के बजाय पर्सेंटाइल अंकों के आधार पर करती है। यह विधि विभिन्न परीक्षा पालियों में कठिनाई स्तरों में भिन्नता के कारण होने वाले किसी भी लाभ या हानि को दूर करती है। उदाहरण के लिए, यदि एक पाली का पेपर दूसरी पाली से कठिन है, तो नॉर्मलाइजेशन यह सुनिश्चित करता है कि परिणाम निष्पक्ष और सुसंगत रहें।
परीक्षा सुरक्षा को मजबूत करने के लिए, एसएससी ने एक ही अभ्यर्थी द्वारा नकल और कई बार परीक्षा देने से रोकने के लिए कई नए उपाय लागू किए हैं। प्रश्नपत्रों को अब लीक होने से बचाने के लिए डिजिटल वॉल्ट सिस्टम के माध्यम से सुरक्षित रूप से स्थानांतरित किया जाएगा, और समग्र निगरानी प्रक्रिया को और सख्त बना दिया गया है।
एसएससी ने संयुक्त स्नातक स्तरीय परीक्षा (सीजीएलई) 2025 के टियर-1 के प्रभावित उम्मीदवारों के लिए फिर से परीक्षा की घोषणा की है। इस परीक्षा के लिए लगभग 28 लाख आवेदन आए थे और 126 शहरों और 255 केंद्रों पर 45 पालियों में 13.5 लाख परीक्षार्थी उपस्थित हुए थे। यह परीक्षा फिर से, 14 अक्टूबर, 2025 को आयोजित की जाएगी।
Published on:
04 Oct 2025 12:02 pm
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