Farrukhabad 15 years old record broken फर्रुखाबाद में रामगंगा और गंगा नदी विकराल रूप ले रही है। दोनों नदियों के बीच बसे गांव टापू बन गए हैं। हजारों परिवार बाढ़ की चपेट में है। कंपिल से शमशाबाद के तराई क्षेत्र की हालत काफी खराब है। गंगा और रामगंगा नदियों के बीच के 100 से अधिक गांवों ने टापू का रूप ले लिया है। बाढ़ पीड़ितों की समस्याओं का अंत नहीं हो रहा है जबकि गंगा का जलस्तर अभी खतरे के निशान से करीब 29 सेंटीमीटर नीचे है। जिला प्रशासन बाढ़ पीड़ितों तक मदद पहुंचाने के लिए मोटर बोट और नाव का सहारा ले रहा है। मौसम विभाग ने भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।
उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद में गंगा का जलस्तर पिछले 15 वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। बुधवार को गंगा का जलस्तर 137.45 मीटर तक पहुंच गया। जो खतरे के निशान से 35 सेंटीमीटर ऊपर है। जबकि राम गंगा का जलस्तर 136.90 मी पहुंच गया। जो चेतावनी बिंदु से 30 सेंटीमीटर ऊपर है। ग्रामीणों को 2010 की बड़ी याद ताजा हो गई। जब बाढ़ का पानी उनके गांव तक पहुंच गया था। कमालगंज के भोजपुर और सदर तहसील का भी क्षेत्र बाढ़ से प्रभावित है।
रेलवे अंडरपास में बारिश का पानी भरने से यातायात प्रभावित हो गया है। लेकिन बच्चों के लिए अंडरपास में भरा पानी स्विमिंग पूल का काम कर रहा है। यहां पर बच्चे खेलकूद करने के लिए पहुंच रहे हैं। उन्होंने इसे स्विमिंग पूल बना लिया। यहां अंडरपास में तीन से चार फीट पानी भरा हुआ है।
इस संबंध में फतेहगढ़ पुलिस ने बताया है कि भोलेपुर ओवर ब्रिज के नीचे रेलवे अंडरपास निर्माणाधीन है। पिछले कई दिनों से हो रही बारिश के कारण अंडर पास में जल भर गया है। आसपास के बच्चे पानी में घुसकर खेल रहे हैं। जिनके परिजनों को बुलाकर समझाया गया है कि बच्चों को अंडर पास में जाने से रोके। इस संबंध में आरपीएफ और जीआरपी को भी जानकारी दे दी गई है। ठेकेदार को भी हिदायत दी गई है कि जल निकासी की व्यवस्था करें।
बाढ़ के प्रकोप को देखते हुए जिलाधिकारी ने सीएमओ को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में कैंप लगाने के निर्देश दिए हैं। खांसी,जुकाम, बुखार के मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए प्रशासन ने यह कदम उठाया है। स्वास्थ्य विभाग की तरफ से प्रभावित क्षेत्रों में कैंप लगाया जा रहा है। फर्रुखाबाद में तीन तहसील बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में है। बाढ़ के पानी में डूबने से दो लोगों की मौत हो गई है।
अमृतपुर तहसील के राजेपुर विकास खंड के अहिलामई गांव में बाढ़ का पानी घुस गया है। जिससे पूरा गांव जलमग्न है। एक पर पोस्ट करके एडवोकेट बृजेश कुशवाहा ने जिला प्रशासन से बाढ़ राहत सामग्री देने की मांग की है।
Updated on:
14 Aug 2025 07:35 am
Published on:
14 Aug 2025 07:33 am