
फोटो सोर्स योगी आदित्यनाथ X Account
उत्तर प्रदेश में वृद्धावस्था पेंशन अब बिना भागदौड़ के मिलेगी। योगी सरकार पेंशन प्रक्रिया को पूरी तरह बदलने जा रही है। जिसके तहत बुजुर्गों को अब आवेदन करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। 60 वर्ष की आयु पूरी करने वाले व्यक्तियों को सरकार खुद फोन करेगी। पूछेगी कि क्या वे पेंशन लेना चाहते हैं। सिर्फ सहमति देने पर एक सरल प्रक्रिया पूरी कर उनकी पेंशन स्वतः शुरू हो जाएगी। इस नई व्यवस्था से लाखों वरिष्ठ नागरिकों को राहत मिलेगी।
नई पेंशन व्यवस्था को फैमिली आईडी “एक परिवार एक पहचान” सिस्टम से जोड़ा गया है। ताकि हर लाभार्थी की उम्र और आय का सही रिकॉर्ड उपलब्ध रहे। सरकार का मानना है कि जब सभी जरूरी जानकारी पहले से उसके पास मौजूद है। तो बुजुर्गों को फॉर्म भरने जैसी लंबी प्रक्रिया से क्यों गुजरना पड़े। शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में होने वाली कैबिनेट बैठक में इस बदलाव से जुड़ा प्रस्ताव रखा जाएगा। मुख्य सचिव एस.पी. गोयल द्वारा जारी एजेंडा में कुल लगभग 15 प्रस्ताव शामिल हैं। जिनमें पेंशन सुधार प्रमुख है।
समाज कल्याण विभाग के एक अधिकारी अनुसार, कॉल सेंटर के माध्यम से 60 वर्ष या उससे अधिक आयु वाले व्यक्तियों से संपर्क किया जाएगा। यदि वे पेंशन लेने की सहमति देंगे। तो उन्हें या उनके परिवार के किसी सदस्य को कॉमन सर्विस सेंटर जाकर एक सहमति पत्र भरना होगा।
इसके साथ ही जीवन प्रमाण पोर्टल पर जीवित होने का प्रमाण अपडेट किया जाएगा। जिसके बाद पेंशन बिना किसी देरी के शुरू कर दी जाएगी। इस नई प्रणाली से पेंशन रुकने, गलत व्यक्ति को भुगतान होने या फॉर्म में गड़बड़ियों जैसी समस्याओं का समाधान भी हो जाएगा। सरकार को उम्मीद है कि इस बदलाव से प्रदेश के करीब 65 लाख से अधिक बुजुर्गों को सीधा लाभ मिलेगा।
Published on:
14 Nov 2025 08:19 am
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