Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

गोरखपुर में 800 करोड़ से अधिक की परियोजनाओं पर जारी है पुलिस इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट का कार्य

गोरखपुर में 800 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से जारी पुलिस इंफ्रास्ट्रक्चर विकास की यह परियोजना कानून-व्यवस्था को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगी और पुलिस बल को आधुनिक युग की आवश्यकताओं के अनुरूप तैयार करेगी।

2 min read
Google source verification
Up news, gorakhpur

फोटो सोर्स: पत्रिका, निर्माणाधीन परियोजनाओं पर ADG की बैठक

पुलिसकर्मियों को बेहतर कार्य वातावरण और आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए गोरखपुर में 800 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली परियोजनाओं पर कार्य युद्धस्तर पर जारी है। गुरुवार को पुलिस लाइन वाइट हाउस सभागार में आयोजित समीक्षा बैठक में एडीजी जोन मुथा अशोक जैन, डीआईजी रेंज एस. चनप्पा, मंडलायुक्त अनिल ढींगरा, जिलाधिकारी दीपक मीणा और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राज करन नय्यर ने निर्माण कार्यों की प्रगति की विस्तृत समीक्षा की।

आधुनिक, सुरक्षित और सुविधाजनक माहौल मिलेगा

बैठक में 26वीं वाहिनी पीएसी कमांडेंट निहारिका शर्मा , एसपी रेलवे लक्ष्मी नारायण, निर्माण एजेंसियों के प्रतिनिधि एवं अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। एडीजी मुथा अशोक जैन ने बताया कि गोरखपुर में पुलिस, पीएसी, महिला पीएसी बटालियन और विशेष सुरक्षा बल (एसएसएफ) से संबंधित सभी निर्माण कार्यों का उद्देश्य पुलिसकर्मियों को आधुनिक, सुरक्षित और सुविधाजनक माहौल प्रदान करना है।

महिला बटालियन के लिए बन रहा अत्याधुनिक परिसर

बैठक में बताया गया कि पीएसी महिला बटालियन के लिए 225 करोड़ रुपये की लागत से आवासीय भवनों का निर्माण कार्य जून 2026 तक पूरा कर लिया जाएगा। वहीं 119 करोड़ रुपये की लागत से अनावासीय भवनों का निर्माण अगस्त 2026 तक पूर्ण होने की संभावना है। इस परिसर में महिला पुलिसकर्मियों के लिए अत्याधुनिक बैरक, प्रशासनिक भवन, परेड ग्राउंड और स्वास्थ्य केंद्र जैसी सभी सुविधाएं विकसित की जा रही हैं।

पुलिस प्रशिक्षण विद्यालय की क्षमता होगी दोगुनी

गोरखपुर स्थित पुलिस प्रशिक्षण विद्यालय (पीटीएस) की क्षमता दोगुनी की जा रही है। इसके तहत 125 करोड़ रुपये की लागत से आवासीय भवनों और 41 करोड़ रुपये की लागत से अनावासीय भवनों का निर्माण मार्च 2026 तक पूरा किया जाएगा। नई संरचनाओं के तैयार हो जाने पर प्रशिक्षुओं को बेहतर प्रशिक्षण वातावरण और आधुनिक संसाधन मिल सकेंगे।

एसएसएफ और पीएसी परिसर में निर्माण कार्य प्रगति पर

विशेष सुरक्षा बल (एसएसएफ) द्वितीय वाहिनी के लिए 81 करोड़ रुपये की लागत से अनावासीय भवनों का निर्माण और 186 करोड़ रुपये की लागत से आवासीय भवनों का निर्माण जून 2026 तक पूर्ण किया जाएगा। वहीं, 26वीं वाहिनी पीएसी परिसर में बहुमंजिला बैरक और कार्यालय भवन का कार्य अंतिम चरण में है।

ट्रांजिट हॉस्टल से पुलिसकर्मियों को मिलेगी राहत

गोरखपुर पुलिस लाइन परिसर में 28 करोड़ रुपये की लागत से बहुमंजिला ट्रांजिट हॉस्टल के दो ब्लॉक बनाए जा रहे हैं। यह निर्माण मार्च 2026 तक पूरा हो जाएगा। इस हॉस्टल में ड्यूटी पर आए पुलिसकर्मियों के ठहरने, भोजन और विश्राम की सभी सुविधाएं उपलब्ध होंगी। एडीजी जोन ने सभी कार्यदायी संस्थाओं को निर्देशित किया कि निर्माण की गुणवत्ता में कोई लापरवाही न बरती जाए, प्रत्येक प्रोजेक्ट तय समय सीमा में पूरा हो, तथा सभी परिसरों में बिजली, पानी, सड़क और सीवर की सुविधाएं सुचारु रूप से सुनिश्चित की जाएं।

आधुनिक स्वरूप लेगा पुलिस महकमा

मंडलायुक्त अनिल ढींगरा और जिलाधिकारी दीपक मीणा ने कहा कि ये परियोजनाएं गोरखपुर को पुलिस इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में एक मॉडल शहर बनाएंगी। डीआईजी एस. चनप्पा ने कहा कि जब पुलिस बल को आधुनिक सुविधाएं और उत्तम आवासीय वातावरण मिलेगा, तो उनकी कार्यकुशलता और सेवा भावना दोनों में वृद्धि होगी।

कानून व्यवस्था होगा सुदृढ़ : SSP

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राज करन नय्यर ने बताया कि आगामी वर्षों में गोरखपुर का पुलिस ढांचा न सिर्फ पूर्वांचल बल्कि पूरे प्रदेश के लिए आदर्श उदाहरण बनेगा। उन्होंने कहा कि “ये परियोजनाएं पुलिसकर्मियों को सशक्त करेंगी और जनता की सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ बनाएंगी।


बड़ी खबरें

View All

गोरखपुर

उत्तर प्रदेश

ट्रेंडिंग