
फोटो सोर्स: पत्रिका, निर्माणाधीन परियोजनाओं पर ADG की बैठक
पुलिसकर्मियों को बेहतर कार्य वातावरण और आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए गोरखपुर में 800 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली परियोजनाओं पर कार्य युद्धस्तर पर जारी है। गुरुवार को पुलिस लाइन वाइट हाउस सभागार में आयोजित समीक्षा बैठक में एडीजी जोन मुथा अशोक जैन, डीआईजी रेंज एस. चनप्पा, मंडलायुक्त अनिल ढींगरा, जिलाधिकारी दीपक मीणा और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राज करन नय्यर ने निर्माण कार्यों की प्रगति की विस्तृत समीक्षा की।
बैठक में 26वीं वाहिनी पीएसी कमांडेंट निहारिका शर्मा , एसपी रेलवे लक्ष्मी नारायण, निर्माण एजेंसियों के प्रतिनिधि एवं अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। एडीजी मुथा अशोक जैन ने बताया कि गोरखपुर में पुलिस, पीएसी, महिला पीएसी बटालियन और विशेष सुरक्षा बल (एसएसएफ) से संबंधित सभी निर्माण कार्यों का उद्देश्य पुलिसकर्मियों को आधुनिक, सुरक्षित और सुविधाजनक माहौल प्रदान करना है।
बैठक में बताया गया कि पीएसी महिला बटालियन के लिए 225 करोड़ रुपये की लागत से आवासीय भवनों का निर्माण कार्य जून 2026 तक पूरा कर लिया जाएगा। वहीं 119 करोड़ रुपये की लागत से अनावासीय भवनों का निर्माण अगस्त 2026 तक पूर्ण होने की संभावना है। इस परिसर में महिला पुलिसकर्मियों के लिए अत्याधुनिक बैरक, प्रशासनिक भवन, परेड ग्राउंड और स्वास्थ्य केंद्र जैसी सभी सुविधाएं विकसित की जा रही हैं।
गोरखपुर स्थित पुलिस प्रशिक्षण विद्यालय (पीटीएस) की क्षमता दोगुनी की जा रही है। इसके तहत 125 करोड़ रुपये की लागत से आवासीय भवनों और 41 करोड़ रुपये की लागत से अनावासीय भवनों का निर्माण मार्च 2026 तक पूरा किया जाएगा। नई संरचनाओं के तैयार हो जाने पर प्रशिक्षुओं को बेहतर प्रशिक्षण वातावरण और आधुनिक संसाधन मिल सकेंगे।
विशेष सुरक्षा बल (एसएसएफ) द्वितीय वाहिनी के लिए 81 करोड़ रुपये की लागत से अनावासीय भवनों का निर्माण और 186 करोड़ रुपये की लागत से आवासीय भवनों का निर्माण जून 2026 तक पूर्ण किया जाएगा। वहीं, 26वीं वाहिनी पीएसी परिसर में बहुमंजिला बैरक और कार्यालय भवन का कार्य अंतिम चरण में है।
गोरखपुर पुलिस लाइन परिसर में 28 करोड़ रुपये की लागत से बहुमंजिला ट्रांजिट हॉस्टल के दो ब्लॉक बनाए जा रहे हैं। यह निर्माण मार्च 2026 तक पूरा हो जाएगा। इस हॉस्टल में ड्यूटी पर आए पुलिसकर्मियों के ठहरने, भोजन और विश्राम की सभी सुविधाएं उपलब्ध होंगी। एडीजी जोन ने सभी कार्यदायी संस्थाओं को निर्देशित किया कि निर्माण की गुणवत्ता में कोई लापरवाही न बरती जाए, प्रत्येक प्रोजेक्ट तय समय सीमा में पूरा हो, तथा सभी परिसरों में बिजली, पानी, सड़क और सीवर की सुविधाएं सुचारु रूप से सुनिश्चित की जाएं।
मंडलायुक्त अनिल ढींगरा और जिलाधिकारी दीपक मीणा ने कहा कि ये परियोजनाएं गोरखपुर को पुलिस इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में एक मॉडल शहर बनाएंगी। डीआईजी एस. चनप्पा ने कहा कि जब पुलिस बल को आधुनिक सुविधाएं और उत्तम आवासीय वातावरण मिलेगा, तो उनकी कार्यकुशलता और सेवा भावना दोनों में वृद्धि होगी।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राज करन नय्यर ने बताया कि आगामी वर्षों में गोरखपुर का पुलिस ढांचा न सिर्फ पूर्वांचल बल्कि पूरे प्रदेश के लिए आदर्श उदाहरण बनेगा। उन्होंने कहा कि “ये परियोजनाएं पुलिसकर्मियों को सशक्त करेंगी और जनता की सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ बनाएंगी।
Published on:
13 Nov 2025 09:34 pm
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