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14 दिन शेष: एप का वर्जन बदला, 2003 की पूरी सूची अपलोड नहीं, मतदाता व बीएलओ उलझे

The portal will close on the 4th. If you fail to upload, your name will not appear on the publication list. Unprepared SIRs and frequent changes have increased confusion. Gwalior.

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The portal will close on the 4th. If you fail to upload, your name will not appear on the publication list. Unprepared SIRs and frequent changes have increased confusion. Gwalior.

The portal will close on the 4th. If you fail to upload, your name will not appear on the publication list. Unprepared SIRs and frequent changes have increased confusion. Gwalior.


Special Intensive Revision of Electoral Rolls मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण कार्य को पूरा करने के लिए 14 दिन शेष बचे हैं। इन 14 दिन में बीएलओ को अपना काम पूरा करना है, लेकिन पुनरीक्षण कार्य शुरू होने से लेकर अब तक 10 ऐसी समस्याएं हैं, जो अभी बनी है। इन समस्याओं में मतदाता व बीएलओ (बूथ लेवल ऑफिसर) दोनों ही उलझे हुए हैं। इन समस्याओं को दूर नहीं किया गया है। मतदाता को 2003 की सूची में नाम नहीं मिल रहा है, जबकि बीएलओ के लिए बार-बार नियम बदले गए। शुरुआत में जिस एप का प्रशिक्षण दिया था, उसमें बीच में बदलाव कर दिया। एप का अपडेट वर्जन आने पर बीएलओ को बताना पड़ रहा है, क्योंकि जिन कर्मचारियों को बीएलओ का काम दिया गया है। वह तकनीकी में मजबूत नहीं है। इसलिए उलझे हुए हैं। इस कारण गुरुवार तक 17.27 फीसदी पत्रक ही डिजिटल हो सके हैं।

दरअसल जिले में 4 नवंबर से गणना पत्रक का वितरण शुरू हुआ था। निर्वाचन आयोग ने 2003 की जो मतदाता सूची अपलोड की है, वह मदर रोल है। 2003 में चुनाव के दौरान जो पूरक सूची बनी थी। उसे अपलोड नहीं किया गया। जबकि 2003 में बड़ी संख्या में नए मतदाता जुड़े थे और परिवर्तन भी कराया था। पूरक लिस्ट के लिए मतदाता परेशान है। 4 दिसंबर को आयोग का पोर्टल बंद हो जाएगा। जिन मतदाताओं के गणना पत्रक अपलोड नहीं हुए, उनका नाम प्रारंभिक सूची में नहीं आएगा।

एसआइआर की 10 समस्याएं जो बनी है बाधा

1- एक गणना पत्रक नहीं मिल सके। टुकड़ों में जिला निर्वाचन ऑफिस को टुकड़ों में गणना पत्रक आए, इसलिए वितरण धीरे-धीरे हुआ।

2- गहन पुनरीक्षण का का डिजिटल है। जो बीएलओ बनाए गए हैं, वह तकनीकी के जानकार नहीं है। इसकी वजह से पत्रक डिजिटल करने में दिक्कतें आ रही हैं।

3- 2003 की वोटर लिस्ट की मदर रोल अपलोड कर दिया। पूरक लिस्ट अपलोड नहीं की है। इस कारण लोगों को नाम नहीं मिल रहे हैं। यह समस्या बनी हुई है।

4- बीएलओ 2003 की सूची में नाम बताने में मदद नहीं कर पा रहे हैं। क्योंकि उनके पास भी मदर रोल की सूची है।

5- आयोग की साइट धीमी चल रही है। कभी बंद हो जाती है। कैप्चा भरने में सबसे ज्यादा दिक्कत है। इस समस्या को दूर नहीं किया गया।

6- बीएलओ के लिए एप का वर्जन बदल दिया गया। पहले जो एप चल रहा था, उसकी जगह नया आ गया है। बीएलओ को एप की जानकारी देनी पड़ रही है।

7- मतदाताओं को फार्म भरने का तरीका नहीं पता है। इस कारण खाली रखे हुए हैं। बीएलओ लेने पहुंच रहा है तब उसे भरवा रहा है। इससे समय लग रहा है।

8- महिलाओं की जानकारी उनके पिता के वोट से भरी जानी है। मायके का रिकॉर्ड लेने में दिक्कत हो रही है। रिकॉर्ड नहीं मिलने से फॉर्म अधूरे हैं।

9- 100 फीसदी तक गणना पत्रक पहुंचने का दावा किया गया है। कई लोग ऐसे हैं, जिन्हें पत्रक नहीं मिले हैं। ये इंतजार में बैठे हैं।

10- 2003 में जो विधानसभा थी, उनके नाम बदल गए। लोगों के बूथ भी बदल गए। इस कारण तलाशना मुश्किल हो रहा है।

पत्रक डिजिटल करने की स्थिति

विधानसभा पत्रक डिजिटल

ग्वालियर ग्रामीण 20.03 फीसदी

ग्वालियर 09.45 फीसदी

ग्वालियर पूर्व 15.39 फीसदी

ग्वालियर दक्षिण 10.30 फीसदी

भितरवार 29.25 फीसदी

डबरा 21.88 फीसदी