ग्वालियर. ऑनलाइन सट्टा कारोबार करने वालों ने ट्रेंड बदला है। अब उनका नेटवर्क कोचिंग, कॉलेज और स्कूली छात्रों तक फैल रहा है। इसमें ब्याज पर पैसे देने वाले भी सटटा कारोबारियों के गुप्त पार्टनर बन रहे है। खास बात यह है कि सटोरियों का जाल लगातार बढ़ रहा है, लेकिन पुलिस इससे बेखबर है।
आइपीएल शुरू होने के साथ ऑनलाइन सट्टा लगवाने वाले पुलिस के रडार पर हैं। लेकिन पकड़े सिर्फ वही जा रहे हैं जिनकी पहचान सटटे के धंधे से जुड़ी है। उन लोगों से पुलिस बेखबर है, जो इस धंधे में प्लानिंग के साथ उतारे गए हैं। इस कारोबार की जानकारी रखने वाले बताते हैं कि पिछले साल पुलिस ने आइपीएल शुरू होने के साथ ही सटटेबाजों की उठाई धराई की थी। इसलिए इस बार सटोरियों ने ट्रेंड बदल दिया है। मोटे कमीशन का ऑफर देकर उन युवकों को बुकी बनाया है, जिनका नाम पता पुलिस रिकॉर्ड में नहीं है। यह बुकी कॉलेज और कोचिंग के छात्र हैं। कमीशन के लालच में अपने सहपाठियों और दोस्तो को मोटा पैसा कमाने के लालच में दांव लगवा रहे हैं।
सूदखोरों से टाइअप
सटोरियों ने नए बुकी के साथ सूदखोरों की टीम भी शामिल की है। सट्टेबाजी में पैसा गंवाने वालों को सूदखोर को 30 से 40 प्रतिशत ब्याज पर रकम उधार दे रहे हैं।
शिकायतें सामने आई नेटवर्क की तलाश
सटटेबाजों ने पुराने ठिकाने की जगहों पर लक्जरी फ्लैट और टाउनशिप में अपने ठिकाने बनाए हैं, यह तो सामने आया था। इसके अलावा नए बुकी और सूदखोरों के साथ टाइअप की बातें भी अब सामने आ रही हैं। इस नेटवर्क का पता लगाया जा रहा है। कुछ संदेहियों के नाम भी सामने आए हैं। उनकी तस्दीक की जा रही है।
षियाज केएम, क्राइम ब्रांच एएसपी
Published on:
29 Mar 2024 07:00 pm