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स्लो-मोशन से चल रही ‘रेलवे की पार्सल’ व्यवस्था, करना पड़ेगा 15 दिन इंतजार

MP News: रेलवे के द्वारा सामान भेजने के लिए दस से पंद्रह दिन का समय लग रहा है।

(फोटो सोर्स: सोशल मीडिया)
(फोटो सोर्स: सोशल मीडिया)

MP News: रेलवे की पार्सल व्यवस्था बेपटरी हो गई है। यहां से कई शहरों में सामान पहुंचने में 10 से 15 दिन का समय लग रहा है। सबसे ज्यादा परेशानी रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, पुरी, भुवनेश्वर, वास्कोडिगामा की तरफ पार्सल भेजने में आ रही है। हालात यह बन गए है कि इन शहरों के लिए सामान भेजने के लिए दस से पंद्रह दिन का समय लग रहा है।

इन ट्रेनों में लंबा इंतजार करने की महत्वपूर्ण वजह यह है कि ग्वालियर में ट्रेनों का ठहराव दो मिनट का ही है। दिल्ली, आगरा की तरफ से अधिकांश ट्रेनों के पार्सल यान फुल आ रहे हैं। ऐसे में ग्वालियर में पार्सल बोगी खोलने की कर्मचारी हिम्मत तक नहीं जुटा पा रहे हैं।

वास्कोडिगामा के लिए सामान ही नहीं जा पा रहा

वास्कोडिगामा के लिए ग्वालियर से गोवा एक्सप्रेस जाती है। लेकिन यह ट्रेन लंबी दूरी की होने के कारण फुल आती है। ऐसे में इस ट्रेन में पार्सल की कोई व्यवस्था नहीं की जा सकती है। ऐसे में वास्कोडिगामा भेजने वाले सामान को आसपास के दूसरे स्टेशनों तक भेजा जाता है।

स्पेशल ट्रेनों के भरोसे कोलकाता और लखनऊ का सामान

ग्वालियर से हावड़ा जाने वाली चंबल एक्सप्रेस और लखनऊ की तरफ जाने वाली बरौनी मेल को रेलवे ने लीज पर (ठेके) दे दिया है। इसलिए इन शहरों की तरफ पार्सल का सामान कोलकाता स्पेशल और बरौनी स्पेशल से ही भेजा जा रहा है। जबकि इन शहरों के लिए काफी संख्या में लोग सामान भेजते है।

मनोज कुमार सिंह, पीआरओ झांसी मंडल का कहना है कि ट्रेनों के पार्सल में जगह कम होने के कारण ऐसी समस्या आ रही है। जब जगह आती है तो यात्री का सामान भेज दिया जाता है।