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राशन चोरों ने ऑनलाइन व्यवस्था में भी लगाई सेंध, 7 करोड़ गेंहू व चावल हड़प गए

जिले में हर महीने गरीबों को 540 दुकानों से 60 हजार क्विंटल राशन का वितरण किया जाता है। राशन के वितरण की व्यवस्था ऑनलाइन है। ऑनलाइन सिस्टम में भी राशन चोरों ने सेंध लगा दी।

POS machine
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जिले में हर महीने गरीबों को 540 दुकानों से 60 हजार क्विंटल राशन का वितरण किया जाता है। राशन के वितरण की व्यवस्था ऑनलाइन है। ऑनलाइन सिस्टम में भी राशन चोरों ने सेंध लगा दी। करीब 7 करोड़ रुपए का राशन हड़प गए। हितग्राही के नाम जो राशन आया था, वह संबंधित व्यक्ति तक नहीं पहुंचा और रास्ते में इसे बेच दिया गया है। पीओएस मशीन पर पूरा राशन दिख रहा था। जब अधिकारियों ने दुकान का मौका देखा तो गेहूं व चावल गायब मिला। एफआईआर भी दर्ज हो चुकी है, लेकिन राशन वसूली का पैसा वसूल नहीं हो पा रहा है।

दरअसल शासन ने राशन वितरण में फर्जीवाडा़ रोकने के लिए व्यवस्थाओं में बदलाव किया है। खाद्य, नागरिक आपूर्ति विभाग ने हितग्राही व दुकान का सत्यापन किया गया है। इस सत्यापन में खुलासा हुआ कि हितग्राही कम है और आवंटन ज्यादा ले रहे हैं। पीओएस मशीन का मिलान किया गया तो फर्जीवाड़ा खुला है। 2019 से राशन हड़प रहे थे। वहीं दूसरी ओर डबरा में सबसे ज्यादा फर्जीवाड़ा हुआ हैं। यहां पर 65 दुकानों पर 6 करोड़ का राशन हड़पा गया है। अभी आधी दुकानों के स्टॉक का मिलान हुआ है। जिले में गबन 20 करोड़ तक पहुंच सकता है।

हर महीने 60 हजार क्विंटल का वितरण

-सरकार ने हर तीन महीने का एक साथ राश दिए जाने का आदेश जारी किया है। जून, जुलाई व अगस्त का राशन बंट चुका है। अब सितंबर में वितरण होगा।

- जिले में हर महीने 60 हजार गेहूं व चावल वितरण किया जाता है। चावल दूसरे शहरों से ग्वालियर आता है। जबकि गेहूं ग्वालियर के गोदामों में रखा हुआ है।

- 8.50 लाख क्विंटल गेहूं गोदामों में है। सितंबर से जिले में खरीदा गया गेहूं वितरित किया जाएगा।

- राशन में कंकड़ पत्थर अलग मिलकर आ रहे हैं। इसकी मात्रा अधिक है।

92 फीसदी का हुआ है सत्यापन

- आधार 92 फीसदी हितग्राही का सत्यापन हो चुका है। अब 5 साल तक के बच्चे व 80 साल से ऊपर बुजुर्ग बचे हैं। जिनका सत्यापन होना है, लेकिन इनके फिंगर नहीं आ रहे हैं। इस कारण सत्यापन नहीं हो सका है।

- मृतक, विवाह के बाद मायका छोड़ चुकी लड़कियों के नाम बाहर हो चुके हैं। मृतकों के नाम से भी बड़ी मात्रा में राशन जा रहा था।

इन पर हो चुकी है एफआईआर

-27 अक्टूबर 2021 सिरसा के विक्रेता वीरेन्द्र सिंह पर 12 लाख 90 हजार 683 रुपए के फर्जीवाड़े को लेकर एफआईआर हुई।

-27 अक्टूबर 2021 को खेड़ी रायमल के विक्रेता वीरेन्द्र सिंह पर 5 लाख 14 हजार 354 रुपए के फर्जीवाड़े को लेकर एफआईआर हुई।

-21 अक्टूबर 2021 को चिरुली के विक्रेता अवध बिहारी चौबे पर 4 लाख 39 हजार 768 रुपए के फर्जीवाड़े को लेकर एफआईआर हुई।

-30 अक्टूबर 2021 को वीरपुर के विक्रेता कुलदीप मिश्रा पर 2 लाख 12 हजार 202 रुपए के फर्जीवाड़े को लेकर एफआईआर हुई।

-22 दिसंबर 2021 को दौनी के विक्रेता अमर सिंह बाथम पर 65 हजार 809 रुपए के फर्जीवाड़े को लेकर एफआईआर हुई।

-30 जनवरी 2022 को रिछारी खुर्द के विक्रेता अंकेश रावत पर 10 लाख 22 हजार 708 रुपए के फर्जीवाड़े को लेकर एफआईआर हुई।

-29 जून 2021 को बुजुर्ग के विक्रेता मनोज श्रीवास्तव पर 22 लाख 62 हजार 827 रुपए के फर्जीवाड़े को लेकर एफआईआर हुई।

-28 फरवरी 2021 को चिटौली के विक्रेता दिनेश किरार पर 9 लाख 9 हजार 656 रुपए के फर्जी वाड़े को लेकर एफआईआर हुई।

-26 जून 2021 को आरोन के विक्रेता नरेन्द्र सिंह रावत पर 1171 रुपए के फर्जीवाड़े को लेकर एफआईआर हुई।

-23 अक्टूबर 2021 को खैरवाया के विक्रेता दिनेश शर्मा और नौशाद खान पर 3 लाख 33 हजार 355 रुपए के फर्जीवाड़े को लेकर एफआईआर हुई।

-26 अगस्त 2021 को पिपरौ के विक्रेता दिनेश शर्मा और नौशाद खान पर 3 लाख 64 हजार 91 रुपए के फर्जीवाड़े को लेकर एफआईआर हुई।

-24 मार्च 2022 को बड़ेराफुटकर के विक्रेता अरविंद श्रीवास्तव पर 2 लाख 08 हजार 34 रुपए के फर्जी वाड़े को लेकर एफआईआर हुई।

-30 मार्च 2022 को जय भगवती महिला प्राथमिक उपभोक्ता भंडार क्रमांक 176 के विक्रेता आनंद मिश्रा पर 6 लाख 13 हजार 382 रुपए के फर्जी वाड़े को लेकर एफआईआर हुई।

-4 मई 2022 को मस्तूरा के विक्रेता कुलदीप बिजौल पर 6 लाख 13 हजार 382 रुपए के फर्जीवाड़े को लेकर एफआईआर हुई।

-4 मई 2022 को बनियातोर के विक्रेता कुलदीप बिजौल पर 4 लाख 40 हजार 080 रुपए के फर्जीवाड़े को लेकर एफआईआर हुई।

-11 दिसंबर 2023 को लोगामंडी की दुकान पर गेहूं, चावल, नमक, शक्कर कम मिली थी। 3 लाख 11 हजार का राशन का गबन किया। विनोद त्यागी के खिलाफ केस दर्ज किया गया।

- अंकुर मुदगल के खिलाफ 10 जनवरी 2024 को ग्वालियर थाने में केस दर्ज किया गया। दुकान से गेहूं व चावल को बेच दिया था।

- दिसंबर 2023 से जनवरी 2024 के बीच पांच एफआइआर दर्ज की गई। देवरीकला, हरसी, डोंगरपुर के दुकानदार व नगर निगम सीमा में दो दुकानदारों पर केस दर्ज हुए। फरवरी 2024 में रानी भंडार, गिजुर्रा, धमनिका पर एफआइआर दर्ज की गई।

एक्सपर्ट

- राशन की जो वसूली है, वह पुराने प्रकरणों की है। जिन पर बकाया है, उस राशि को दुकानदारों के कमीशन से वसूली किया जाएगा। इसकी प्रक्रिया चल रही है।

अरविंद भदौरिया, जिला आपूर्ति नियंत्रक