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गैस चैंबर बना कमरा, दो मासूमों की मौत, माता-पिता गंभीर

पोहरी. शिवपुरी के पोहरी थाना अंतर्गत भटनावर चौकी के ग्राम मालबर्वे में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। यहां एक घर में गेहूं की बोरियों को सही रखने के लिए रखी गईं सल्फास की गोलियां से निकली जहरीली गैस से दो बच्चों की मौत हो गई। माता-पिता भी गंभीर हैं, उन्हें इलाज के लिए […]

  • गेहूं की बोरियों में रखी सल्फास की गोलियों से निकली जहरीली गैस से हुआ हादसा
  • इस घटना के बाद शिवपुरी के मालबर्वे गांव के लोगों में डर, तरह-तरह की चर्चा

पोहरी. शिवपुरी के पोहरी थाना अंतर्गत भटनावर चौकी के ग्राम मालबर्वे में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। यहां एक घर में गेहूं की बोरियों को सही रखने के लिए रखी गईं सल्फास की गोलियां से निकली जहरीली गैस से दो बच्चों की मौत हो गई। माता-पिता भी गंभीर हैं, उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया है। सल्फास की गोलियों से निकली गैस से पहली बार इस तरह की घटना सामने आने के बाद पुलिस हर एंगल से जांच कर रही है। पोस्टमार्टम के बाद स्थिति साफ होगी, इधर गोलियां बनाने वाली कंपनियों से संपर्क किया जा रहा है।

जानकारी के मुताबिक मालबर्वे निवासी गिर्राज धाकड़ (30) ने तीन दिन पहले घर के एक कमरे में रखी गेहूं की 15 बोरियों में सल्फास की गोलियां लगाई थीं। कमरे में दो दिन से लगातार गैस बन रही थी, इससे धीरे-धीरे परिवार के लोगों की तबीयत खराब होती जा रही थी। बीती रात गिर्राज (30), उसकी पत्नी पूनम (25), दो बच्चे अधिक (5) व मानवी (3) चारों उसी कमरे में सो रहे थे, जिसमें गेहूं की बोरी व सल्फास की गोली रखी थी। सुबह होते-होते दोनों बच्चे मृत हालत में मिले, जबकि गिर्राज व पूनम की हालत खराब थी और उल्टी कर रहे थे। गांव के लोगों ने पति-पत्नी को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया। सूचना के बाद पोहरी एसडीओपी आनंद राय व पुलिस बल मौके पर पहुंचा और बच्चों के शवों का पीएम कराकर मामले की विवेचना शुरू कर दी है।

यह बोले एसडीओपी

  • तीन दिन से जिस कमरे में गेहूं की बोरियों में सल्फास की दवाई लगाकर रखी थी। उसी कमरे में पति-पत्नी व दोनों बच्चे तीन दिन से सो रहे थे। सल्फास की गोलियों से जो गैस बनी, उसी से दोनों बच्चों की दम घुटने से मौत हुई है। पति-पत्नी को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया है। -आनंद रॉय, एसडीओपी, पोहरी।

जिस जगह इस तरह के सल्फास को रखा जाता है, उस कमरें में कोई नही सोता। सल्फास में गैस बनती है और उसी के कारण यह घटना हुई। चूंकि बच्चे इसको सहन नही कर पाए, इसलिए उनकी मौत हो गई। पीएम करने वाले डॉक्टरों ने सल्फास के कारण मौत होना बताया है। - डॉ. संजय ऋषिश्वर, सीएमएचओ शिवपुरी।