Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

दवा दे रही दगा : चार से कम को ना, बड़ी उम्र वालों को भी बचने की सलाह

चिकित्सा विभाग ने चिकित्सकों एवं आमजन के लिए जारी की एडवाइजरी, चार वर्ष कम उम्र के बच्चों को नहीं दी जाए डेक्सट्रोमिथारफेन कफ सिरप, रोगी को डेक्ट्रोमिथारफेन सिरप लिखते समय डॉक्टर देंगे परिजनों को दवाई के दुष्प्रभाव व सुरक्षित डोज की जानकारी

2 min read
warning children under four years of age not to be given dextromethorphan cough syrup

warning children under four years of age not to be given dextromethorphan cough syrup

हनुमानगढ़. प्रदेश में चार साल से कम उम्र के बच्चों को डेक्सट्रोमिथारफेन कफ सिरप देने पर रोक लगा दी गई है। इसे लेकर चिकित्सा विभाग ने जिले के निजी एवं सरकारी चिकित्सकों तथा आमजन के लिए जारी की गई एडवाइजरी में चार साल से कम उम्र के बच्चों को डेक्सट्रोमिथारफेन साल्ट का सिरप नहीं देने के लिए कहा गया है। इससे अधिक उम्र के खांसी के रोगियों के केस में भी इस कफ सिरप के उपयोग से बचने की सलाह दी गई है। अधिक उम्र के रोगी को डेक्ट्रोमिथारफेन सिरप लिखते समय डॉक्टर परिजनों को दवाई के दुष्प्रभाव व सुरक्षित डोज की जानकारी भी देंगे।

यह बरती जाए सावधानी

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने निर्देश दिए हैं कि आमजन को बिना डॉक्टर की पर्ची अथवा चिकित्सा सलाह के बिना किसी भी दवाई का उपयोग ना करे। उन्होंने कहा कि बच्चों को दवा देते समय इस बात का विशेष ध्यान रखें। बच्चे को खांसी, जुकाम व बुखार होने पर पर्याप्त मात्रा में तरल पदार्थ पिलाएं व आराम करवाएं। एक साल से अधिक उम्र के बच्चों के लिए शहद का उपयोग करें। दवाई को हमेशा बच्चों की पहुंच से दूर रखें। घर में रखी हुई पुरानी दवाई अथवा खोली हुई दवा बच्चों को ना दें। किसी भी दवाई से बच्चे में सुस्ती, बेहोशी, सांस लेने में कठिनाई जैसे लक्षण दिखाई देने पर तुरंत नजदीकी हॉस्पिटल में संपर्क करें। इसके अलावा किसी भी आपातस्थिति में जिला कण्ट्रोल रूम नम्बर 01552-261190 पर जानकारी अवश्य दें।

वजन के आधार पर दें डोज

सीएमएचओ डॉ. नवनीत शर्मा ने बताया कि हमेशा वजन के आधार पर बच्चों को पैरासिटामोल की डोज दी जाए। 6 वर्ष से कम आयु के बच्चों के लिए पैरासिटामोल की अधिक खुराक देने पर लीवर एवं गुर्दे संबंधी परेशानियां हो सकती हैं। दो माह से 6 साल के बच्चों के लिए 125 मिलीग्राम/5 मिलीलीटर सिरप एवं 6 वर्ष से अधिक आयु के बच्चों को 250 मिलीग्राम/5 मिलीलीटर सिरप का उपयोग करें।

कारण पहचान कर उपचार

चिकित्सा विभाग ने निजी एवं सरकारी चिकित्सकों को निर्देश दिए हैं कि बाल रोगियों को खांसी होने पर डेक्सट्रोमिथारफेन युक्त सिरप का प्रयोग ना करें। 4 वर्ष से कम आयु के बच्चों को यह दवा बिलकुल ना दी जाए। बच्चों में खांसी के कारण का पहचान कर उसका उपयुक्त उपचार करें। यदि किसी बच्चे में डेक्सट्रोमिथारफेन के दुष्प्रभाव की जानकारी मिले, तो तुरंत जिला अधिकारी के माध्यम से निदेशालय को अवगत कराया जाए।