
स्कूल में मची भगदड़, कई बच्चे बेहोश - प्रशासन ने जांच बैठाई (फोटो सोर्स : Police Whatsapp News Group )
Hardoi Gas leak in school: हरदोई के संडीला क्षेत्र में बुधवार सुबह एक निजी विद्यालय लायंस पब्लिक स्कूल में अचानक गैस रिसाव होने से अफरा-तफरी मच गई। स्कूल का दिन सामान्य रूप से शुरू हुआ था, लेकिन पहली घंटी बजने के कुछ ही मिनटों बाद तेज़ और चुभन भरी गैस की गंध फैलने लगी। बच्चों ने जब आंखों में जलन, सांस लेने में दिक्कत और चक्कर आने की शिकायत की, तभी मामला गंभीर होता चला गया। देखते ही देखते कई कक्षाओं में हड़कंप मच गया और बच्चे गश खाते हुए बाहर की ओर दौड़ने लगे।
गैस की तेज गंध महसूस होते ही कक्षा-3 से लेकर कक्षा-8 तक के छात्र-छात्राओं में दहशत फैल गई। कुछ बच्चे अपनी कक्षाओं से खुलकर बाहर भागे, जबकि कई बच्चे गिरते-पड़ते सुरक्षित जगह तक पहुंचने की कोशिश करते रहे। स्कूल स्टाफ ने तुरंत बच्चों को बाहर निकाला और खेल मैदान में इकट्ठा किया। इस दौरान लगभग 16 से ज्यादा बच्चे गैस की चपेट में आ चुके थे, जिनमें से 7 से 8 बच्चे बेहोश पाए गए। कई बच्चों को उल्टी, सिरदर्द, आंखों में जलन, सीने में भारीपन और सांस लेने में तकलीफ की शिकायतें होने लगीं। वातावरण इतना विषाक्त हो गया था कि कुछ शिक्षकों को भी बाहर निकलने में परेशानी का सामना करना पड़ा।
स्थिति नियंत्रण से बाहर होते देख शिक्षकों ने बचाव अभियान शुरू किया। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक टीचर्स बच्चों को गोद में उठाकर बाहर भाग रहे थे। कुछ छोटे बच्चे गंध के कारण रो रहे थे और सांस नहीं ले पा रहे थे। स्कूल के बस चालक और अन्य कर्मचारी भी तुरंत सक्रिय हुए। उन्होंने कई बच्चों को तुरंत स्कूल बस में बिठाया और नजदीकी सीएचसी संडीला के लिए रवाना हुए। लगभग 15 मिनट के भीतर अस्पताल में बच्चों की भीड़ लग गई, जिससे वहां भी हड़कंप मच गया।
अचानक बड़ी संख्या में बच्चों के पहुंचने पर अस्पताल प्रशासन ने तुरंत इमरजेंसी घोषित कर दी। डॉक्टरों की तीन टीमों ने एक साथ इलाज शुरू किया। बच्चों को नेबुलाइज़र, ऑक्सीजन और एंटी-एलर्जिक दवाइयों दी गईं। कुछ बच्चे जिनकी हालत ज्यादा खराब थी, उन्हें ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया। अस्पताल प्रशासन के एक चिकित्सक ने बताया कि कुछ बच्चे काफी देर तक गैस के संपर्क में रहे। उनकी स्थिति पर हमारी निगरानी बनी हुई है। शाम तक अधिकांश बच्चों की हालत में सुधार बताया गया, लेकिन 4–5 बच्चों के लिए विशेष टीम लगाई गई है।
घटना की जानकारी होते ही एसडीएम संडीला, स्थानीय पुलिस, फायर ब्रिगेड और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे। स्कूल के कमरों, स्टोर रूम, सफाई क्षेत्र और आसपास की दुकानों की जांच की गई। अधिकारी गैस रिसाव के संभावित कारणों पर फोकस कर रहे हैं।
प्रशासन के अनुसार, प्राथमिक जांच में तीन संभावनाएं सामने आई हैं-
1. स्कूल के पास स्थित किसी केमिकल स्टोर से लीक
कुछ दूरी पर एक पैकिंग यूनिट में उपयोग होने वाले रसायन रखे जाते हैं। जांच टीमें वहां सैंपल ले रही हैं।
2. स्कूल की सफाई में उपयोग होने वाली केमिकल बोतल फटने की आशंका
सुबह सफाई के दौरान किसी एसिड या क्लीनर की कैन लीक होने की संभावना भी जताई जा रही है।
3. आसपास खेतों में उपयोग होने वाली कीटनाशक दवाओं का तेज छिड़काव
हाल ही में कई जिलों में ऐसा मामला सामने आया था, जहां तेज कीटनाशक हवा के साथ स्कूलों में घुस गया था। एसडीएम ने बताया,फॉरेंसिक टीम को बुलाया गया है। गैस का स्रोत पता लगाने के लिए नमूने एकत्र किए गए हैं।
घटना के बाद अभिभावक बड़ी संख्या में स्कूल पहुंचे। कई अभिभावक भावुक होकर रोते हुए अपने बच्चों को गोद में उठा अस्पताल की ओर भागते दिखे। एक अभिभावक का कहना था कि अगर टीचर्स वक्त रहते बच्चों को बाहर न निकालते, तो बड़ी दुर्घटना हो सकती थी। कुछ लोगों ने स्कूल प्रबंधन पर आरोप लगाया कि गैस की गंध आते ही तुरंत कक्षाएं बंद की जानी चाहिए थी और शुरुआती मिनटों में लापरवाही हुई।
लायंस पब्लिक स्कूल के प्रिंसिपल ने कहा कि जैसे ही बच्चों ने शिकायत की, हमने बिल्डिंग खाली करा दी। हमारी टीम ने तुरंत बच्चों को अस्पताल भेजा। जांच में पूरा सहयोग देंगे। स्कूल ने दावा किया कि गैस रिसाव परिसर के बाहर से आया है और इसका स्रोत वे नहीं हैं।
जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य, पुलिस, फायर और पर्यावरण विभाग की संयुक्त टीम बनाकर 24 घंटे की रिपोर्ट मांगी है। बच्चों के स्वास्थ्य पर भी लगातार निगरानी रखी जा रही है। अधिकारियों ने संकेत दिया कि यदि किसी व्यक्ति या संस्था की लापरवाही पाई गई, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
Updated on:
21 Nov 2025 07:52 am
Published on:
20 Nov 2025 01:43 pm
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