Stress Control Tips (PHOTO- FREEPIK)
Stress Control Tips: आजकल तनाव हर उम्र के लोगों के जीवन का हिस्सा बन चुका है। चाहे युवा हों या बुजुर्ग, सभी किसी न किसी रूप में स्ट्रेस से जूझ रहे हैं। ऑफिस का प्रेशर, पारिवारिक जिम्मेदारियां और रोजमर्रा की परेशानियां शामिल है। ये सभी मिलकर तनाव को और बढ़ा देती हैं। ज्यादातर लोग तनाव को हल्के में लेते हैं, लेकिन यह कई गंभीर शारीरिक और मानसिक बीमारियों की जड़ माना जाता है। अगर तनाव लगातार बना रहे, तो यह न सिर्फ मानसिक संतुलन बिगाड़ता है बल्कि शारीरिक सेहत को भी नुकसान पहुंचा सकता है।
अमेरिका की पेन स्टेट यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने हाल ही में की गई एक स्टडी में रोजाना के तनाव से निपटने का असरदार तरीका बताया है। रिसर्च के मुताबिक, तनाव को कम करने का सबसे कारगर उपाय है फीलिंग ऑफ कंट्रोल (Feeling of Control)। जब व्यक्ति को लगता है कि वह अपनी परिस्थितियों और समस्याओं पर नियंत्रण रखता है, तो वह तनाव को बेहतर तरीके से संभाल पाता है।
इस रिसर्च में यह भी पाया गया कि छोटे-छोटे कदम उठाकर व्यक्ति अपनी नियंत्रण की भावना को मजबूत कर सकता है। जिन दिनों प्रतिभागियों को यह महसूस हुआ कि उनके पास हालात पर ज्यादा कंट्रोल है, उन दिनों उनकी समस्या का समाधान करने की संभावना लगभग 62% अधिक रही। खासकर बुजुर्ग प्रतिभागियों में यह असर और भी ज्यादा देखने को मिला। इसका मतलब है कि जब इंसान अपने जीवन की परेशानियों पर पकड़ महसूस करता है, तो वह उन्हें हल करने के लिए ज्यादा सक्रिय हो जाता है।
स्टडी में लगभग 1700 प्रतिभागियों को शामिल किया गया था, जिन्हें करीब 10 सालों तक रोजाना रिपोर्टिंग करनी थी। इसमें उनसे उनकी दैनिक परेशानियों जैसे पारिवारिक झगड़े, ऑफिस का तनाव और सामाजिक टकराव के अनुभव साझा करने को कहा गया। परिणामों से पता चला कि नियंत्रण की भावना में दिन-प्रतिदिन उतार-चढ़ाव होते हैं। लेकिन जिन दिनों यह भावना ज्यादा मजबूत थी, उन दिनों तनाव के समाधान की संभावना 61% से 65% तक बढ़ गई।
शोधकर्ताओं ने यह भी बताया कि उम्र के साथ लोगों की नियंत्रण की भावना और मजबूत होती जाती है, जिससे वे तनाव को संभालने में और बेहतर हो जाते हैं। यही वजह है कि सही मानसिक दृष्टिकोण अपनाने से न सिर्फ तनाव कम किया जा सकता है, बल्कि लंबे समय में मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य दोनों को लाभ पहुंचता है।
विशेषज्ञों का सुझाव है कि नियंत्रण की भावना को बढ़ाने के लिए व्यक्ति को अपनी प्राथमिकताओं को स्पष्ट करना चाहिए। जो चीजें हमारे नियंत्रण में हैं, उन्हें पहचानना और उन पर ध्यान केंद्रित करना सबसे जरूरी है। यह तरीका रोजाना की परेशानियों से निपटने और मानसिक शांति बनाए रखने में मदद करता है। हालांकि इस स्टडी का फोकस मुख्य रूप से डेली स्ट्रेस पर था, लेकिन शोधकर्ता अब यह भी समझने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या यह दृष्टिकोण क्रॉनिक तनाव यानी लंबे समय तक बने रहने वाले तनाव के दुष्प्रभावों को भी कम कर सकता है।
Published on:
02 Oct 2025 12:22 pm
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