MP News: तमिलनाडु के त्रिची से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। जहां विजयदशमी के मौके पर असत्य पर सत्य की जीत के प्रतीक के तौर पर रावण के पुतले का दहन किया जाता है, लेकिन में एक गुट के लोगों ने भगवान राम के ही पुतले को जला दिया।
दरअसल, तमिलनाडु के त्रिची में 30 सितंबर एंथम तमिलर संगम नामक संगठन ने अयानपुथुर गांव में भगवान राम का पुतला जलाया। इस प्रदर्शन को रावण लीला का नाम दिया गया था। न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, संगठन के लगभग 5 से 6 सदस्यों ने भगवान राम की एक फ्लेक्स बैनर को चप्पलों से पीटा, उसे आग के हवाले कर दिया और फिर इस वीडियो को सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर अपलोड कर दिया। जिसमें फेसबुक पेज Aindham Tamilar Sangam की आईडी से इसे साझा किया गया था।
28 सितंबर 2025 को संगठन द्वारा आयनपुथुर गांव कार्यक्रम सुबह 6:00 बजे ध्वजारोहण के साथ शुरू हुआ और शाम 6:00 बजे समाप्त हुआ। इसमें लगभग 100 लोग शामिल थे। मामले को गंभीरता से लेते हुए 2 अक्टूबर को साइबर क्राइम में मामला दर्ज कर लिया। हालांकि, एक आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
विधायक उषा ठाकुर ने मीडिया से बातचीत में कहा कि राम का पुतला जलाने वाले अभागे हैं सभी अपने आप दंडित होंगे। उन्होंने स्टालिन सरकार पर ऐसे लोगों को समर्थन देने का आरोप लगाया। इधर, परशुराम सेना के प्रदेश अध्यक्ष अनूप शुक्ला ने कहा कि जो भगवान राम का नहीं वो किसी काम का नहीं। यह प्रजातांत्रिक देश है तो आपको इतनी छूट नहीं है कि आप हमारे आराध्य, सनातन धर्म का अपमान करें। ऐसा करने वाले आदमी को भी अगर जिंदा जलाना पड़ा तो आने वाले समय में आदमी को भी जिंदा जलाएंगे।
Published on:
03 Oct 2025 04:44 pm
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