Cyber Crimes: साइबर अपराध और डिजिटल ठगी के बढ़ते मामलों को देखते हुए बस्तर पुलिस अब सतर्क हो गई है। इसी कड़ी में 6 अगस्त, बुधवार को पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज पी. सुंदरराज और पुलिस अधीक्षक बस्तर शलभ कुमार सिन्हा के मार्गदर्शन में शौर्य भवन, लालबाग में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।
डिजिटल बैंकिंग फ्रॉड प्रिवेंशन एंड इन्वेस्टिगेशन विषय पर आयोजित यह कार्यशाला बस्तर पुलिस के समन्वय से आईसीआईसीआई बैंक, महाराष्ट्र की फाइनेंशियल क्राइम प्रिवेंशन टीम ने आयोजित किया। कार्यशाला में बस्तर संभाग के 100 से अधिक पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों को ऑनलाइन धोखाधड़ी की पहचान, जांच और रोकथाम के तकनीकी पहलुओं की जानकारी दी गई।
कार्यशाला में मुख्य रूप से तकनीकी विशेषज्ञ सुमित महाबलेश्वरकर, कमलेश वाल्दे और गुरजीत सिंह ने प्रशिक्षण दिया। उन्होंने डिजिटल बैंकिंग से जुड़े विभिन्न फ्रॉड जैसे डेबिट-क्रेडिट कार्ड फ्रॉड, फिशिंग अटैक,यूपीआई फ्रॉड, इंटरनेट बैंकिंग धोखाधड़ी जैसे विषयों पर विस्तार से जानकारी साझा की। साथ ही, बैंकिंग डेटा के तकनीकी विश्लेषण, साइबर अपराध की जांच प्रक्रिया, और फाइनेंशियल फ्रॉड रोकने के उपायों पर भी व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया गया।
Cyber Crimes: आईजी पी. सुंदरराज ने बताया कि इस कार्यशाला का उद्देश्य बस्तर पुलिस को साइबर अपराध अन्वेषण में दक्ष बनाना और बैंकिंग संस्थाओं के साथ समन्वय को मजबूत करना है, ताकि आम नागरिकों को डिजिटल ठगी से बेहतर सुरक्षा मिल सके। इस कार्यशाला में बस्तर संभाग के सभी जिलों से आए राजपत्रित अधिकारी, निरीक्षक, उपनिरीक्षक, सहायक उपनिरीक्षक, प्रधान आरक्षक व आरक्षक सहित 100 से अधिक अधिकारी-कर्मचारी शामिल हुए।
Published on:
08 Aug 2025 12:19 pm