Rajasthan News: राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार को जयपुर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी द्वारा चुनाव आयोग पर लगाए गए आरोपों का समर्थन करते हुए कहा कि बीजेपी और आरएसएस लोकतंत्र में विश्वास नहीं रखते और चुनिंदा जगहों पर गड़बड़ी करवाकर चुनावी प्रक्रिया को प्रभावित करते हैं।
गहलोत ने दावा किया कि जब से मुख्य चुनाव आयुक्त के चयन की कमेटी में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को शामिल किया गया है, तब से आयोग का रवैया बदला हुआ है।
अशोक गहलोत ने कहा कि लोकतांत्रिक संस्थाओं की विश्वसनीयता देश के लिए सबसे जरूरी है और इसमें चुनाव आयोग की निष्पक्षता सर्वोपरि है। लेकिन मौजूदा समय में खतरनाक खेल खेला जा रहा है। अगर चुनाव निष्पक्ष नहीं होंगे, तो लोकतंत्र कैसे बचेगा? उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) को आयुक्त नियुक्ति प्रक्रिया से हटाने और गृह मंत्री को शामिल करने के बाद से आयोग की कार्यशैली पर संदेह बढ़ा है।
इस दौरान अशोक गहलोत ने कहा कि राहुल गांधी द्वारा उठाए गए सवालों के बाद जनता में भ्रम पैदा हुआ है और आयोग को अपनी स्थिति स्पष्ट करने के लिए शपथ पत्र जारी करना चाहिए। पूर्व सीएम ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि वह हिंदू-मुसलमान के मुद्दे को भुनाकर लोकतंत्र की हत्या कर रही है। उन्होंने दावा किया कि बीजेपी सब जगह नहीं, बल्कि चुनिंदा जगहों पर गड़बड़ी करवाती है, ताकि वह जीत सुनिश्चित कर सके।
गहलोत ने कहा कि लोकसभा चुनाव में केवल 25 सीटों का अंतर था। बीजेपी इतनी गड़बड़ी करवाती है कि वह जीत जाए। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि राजस्थान, बिहार, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र के निर्वाचन विभाग की वेबसाइटें नहीं खुल रही हैं, जिससे और संदेह पैदा हो रहा है।
गहलोत ने राहुल गांधी के आरोपों को सही ठहराते हुए कहा कि वोटों की चोरी लोकतंत्र के लिए बड़ा खतरा है। उन्होंने सुझाव दिया कि अगर आयोग पारदर्शी होता तो वह वोटर लिस्ट का डाटा मशीन-रीडेबल फॉर्मेट में उपलब्ध करवाता, जिससे छह महीने की मेहनत कुछ मिनटों में हो जाती। उन्होंने यह भी कहा कि फर्जी वोटों का खुलासा होने के बाद आयोग 2025 की वोटर लिस्ट दिखाकर सफाई देने की कोशिश कर रहा है, जो संदिग्ध है।
उन्होंने मीडिया पर भी दबाव का आरोप लगाया और कहा कि चौथा स्तंभ कमजोर हो रहा है। गहलोत ने दावा किया कि लोग भय और दबाव में जी रहे हैं और देश चारों तरफ से मुसीबतों में घिर रहा है। उन्होंने पहलगाम हमले का जिक्र करते हुए कहा कि भारत वैश्विक स्तर पर अकेला पड़ रहा है और पीएम मोदी को यह समझना चाहिए कि पूरा देश उनके साथ है। गहलोत ने कहा कि पहले भारत का चुनाव आयोग दुनिया के लिए आदर्श था, लेकिन अब जनता इसे शक की नजर से देख रही है।
Published on:
08 Aug 2025 06:53 pm