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बजाज जनरल इंश्योरेंस ने जयपुर में मोटर धोखाधड़ी के लिए दर्ज की एफआईआर

बजाज जनरल इंश्योरेंस ने जयपुर के विधायक पुरी थाना में एक संदिग्ध मोटर इंश्योरेंस "ओन डैमेज" क्लेम करके कंपनी को धोखा देने का प्रयास करने वाले एक इंश्योर्ड व्यक्ति के खिलाफ आपराधिक शिकायत दर्ज कराई है। यह मामला तब सामने आया जब इंश्योर्ड व्यक्ति ने 1 मई 2024 से शुरू हुई पॉलिसी के तहत एक ओडी क्लेम दर्ज किया

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जयपुर

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Murari

Nov 19, 2025

— 1 मई 2024 से शुरू हुई पॉलिसी के तहत एक ओडी क्लेम दर्ज किया
जयपुर। बजाज जनरल इंश्योरेंस ने जयपुर के विधायक पुरी थाना में एक संदिग्ध मोटर इंश्योरेंस "ओन डैमेज" क्लेम करके कंपनी को धोखा देने का प्रयास करने वाले एक इंश्योर्ड व्यक्ति के खिलाफ आपराधिक शिकायत दर्ज कराई है। यह मामला तब सामने आया जब इंश्योर्ड व्यक्ति ने 1 मई 2024 से शुरू हुई पॉलिसी के तहत एक ओडी क्लेम दर्ज किया, जिसमें उसने 15 जून 2024 को कथित रूप से हुई एक घटना का हवाला दिया। हालांकि, कंपनी की गहन जांच में क्लेम दर्ज करते समय दी गई जानकारियों में कई गड़बड़ियां पाई गईं। जांच के दौरान जमा किए गए साक्ष्यों से पता चलता है कि वाहन को वास्तव में 24 अप्रैल, 2024 को नुकसान हुआ था, या​नि, पॉलिसी की शुरुआत तिथि से पहले।

आगे की जांच में यह पता चला कि पॉलिसी खरीदते समय सबमिट की गई प्री-इंस्पेक्शन फोटो उसी मॉडल के दूसरे वाहन से की हैं। इसके अलावा, क्लेम करने वाले ने वास्तविक जगह और पहले बताई गई जगहों दोनों में किसी जगह पर भी इस दुर्घटना की सूचना पुलिस को नहीं दी। सबसे खास बात यह है कि पॉलिसी जारी होने और भ्रामक जानकारी देने के एक महीने से अधिक समय के बाद क्लेम फाइल किया गया था। सर्विस सेंटर के रिकॉर्ड के अनुसार, वाहन 16 जून 2024 को लाया गया था और ये रिकॉर्ड और गूगल मैप्स का डेटा, दोनों ही इंश्योर्ड व्यक्ति की बताई हुई कहानी से मेल नहीं खाते और उसे सीधे तौर पर खारिज करते हैं।
शुरुआती चरण में अधिकारियों की कार्रवाई करने में हिचकिचाहट के बावजूद, बजाज जनरल इंश्योरेंस ने इस मामले को कानूनी प्रक्रिया के माध्यम से आगे बढ़ाया। कई बार अदालत में पेश होने और फोटोग्राफिक सबूत, फास्टैग ट्रांज़ैक्शन रिकॉर्ड, एनएचएआई रेस्क्यू टीम की रिपोर्ट्स तथा सर्विस सेंटर लॉग सहित कई तरह के प्रमाण प्रस्तुत करने के बाद। अदालत ने विधायकपुरी थाना में एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए।

यह एफआईआर गंभीर अपराधों के लिए रजिस्टर की गई, जो भविष्य में इस तरह के मामलों के लिए एक मज़बूत उदाहरण है। यह मामला दिखाता है कि धोखाधड़ी वाले क्लेम से निपटने में लगातार फॉलो-अप, रणनीतिक कानूनी कदम और डेटा-आधारित जांच कितने महत्वपूर्ण हैं। भारत की इंश्योरेंस इंडस्ट्री हर साल इंश्योरेंस धोखाधड़ी के कारण अरबों रुपए गंवा देती है।
बजाज जनरल इंश्योरेंस में धोखाधड़ी के प्रति ज़ीरो-टॉलरेंस पॉलिसी अपनाई जाती है और आगे भी पॉलिसीधारकों के द्वारा की जाने वाली धोखाधड़ी की गतिविधियों की सक्रिय रूप से जांच और कार्रवाई करना जारी रखा जाएगा। बजाज जनरल इंश्योरेंस अपने पॉलिसीधारकों से अनुरोध करती है कि धोखाधड़ी की गतिविधियों से सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध व्यवहार की तुरंत रिपोर्ट करें. कंपनी सभी से आग्रह करती है कि इंश्योरेंस धोखाधड़ी के परिणामों और उससे इस इंडस्ट्री और हमारे समाज पर पड़ने वाले प्रभाव को समझें। कंपनी इस मामले को सुलझाने के लिए अधिकारियों और न्यायिक प्रक्रियाओं के साथ सहयोग जारी रखेगी।