जयपुर। टोल प्लाजा पर टोल कटने के दौरान लगने वाले समय बचाने के लिए केन्द्र सरकार बैरियर रहित टोल प्रणाली लाने की तैयारी कर रही है। इसके लिए देशभर के कुछ टोल प्लाजाओं को प्रयोग के तौर पर चिह्नित किया गया है। राजस्थान में जयपुर-गुड़गांव नेशनल हाईवे नम्बर 48 पर पड़ने वाले तीन टोल प्लाजा (शाहजहांपुर, मनोहरपुर, दौलतपुरा) भी ट्रॉयल में शामिल हैं।
केन्द्र सरकार ने टोल संचालन की दक्षता बढ़ाने और राष्ट्रीय राजमार्गों पर वाहनों की मुक्त आवाजाही के लिए एनएचएआई को निर्देश दिए हैं। इसके तहत राष्ट्रीय राजमार्गों के चयनित इलाकों पर स्वचालित नंबर प्लेट पहचान कैमरों का उपयोग करते हुए बैरियर रहित इलेक्ट्रॉनिक टोल संग्रह प्रणाली को लागू किया जाएगा। उम्मीद है कि इस वित्तीय वर्ष के अंत तक चयनित टोल प्लाजाओं पर बैरियर रहित शुल्क संग्रहण प्रणाली पर काम शुरू हो जाए।
केन्द्र सरकार ने भरूच-सूरत के बीच चोर्यासी टोल प्लाजा, पानीपत-जालंधर के बीच घरौंदा टोल प्लाजा, वालजापेट-पूमल्ले के बीच नेमिली टोल प्लाजा, गुड़गांव-जयपुर के बीच शाहजहांपुर, मनोहरपुर, दौलतपुरा टोल प्लाजा और दिल्ली में शहरी विस्तार सड़क यूईआर द्वितीय के टोल प्लाजा को बैरियर रहित टोल प्रणाली लागू करने के लिए चिह्नित किया है। चोर्यासी और घरौंदा पर काम शुरू भी हो चुका है।
सैटेलाइट बेस्ड टोल कटौती को लेकर जो काम किया जा रहा है, यह उसी का हिस्सा है। बैरियर रहित टोल प्रणाली सफल रहती है तो वाहन चालकों को टोल देने के लिए टोल प्लाजाओं पर रुकने की जरूरत नहीं पड़ेगी। नेशनल हाईवे पर चढ़ते ही कैमरों से अपने आप गाड़ी की पहचान होगी और सफर पूरा करने पर टोल कट जाएगा।
Published on:
31 Aug 2025 06:45 am