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जयपुर: नदी-नालों की कॉलोनियों पर चला बुलडोजर, जेडीए की कार्रवाई से मचा हड़कंप

कालवाड़ रोड मांचवा स्थित रामकुटिया के पीछे नदी-नालों के बहाव क्षेत्र की जमीन पर भू-माफिया व भू-कारोबारियों की ओर से किए गए अतिक्रमणों पर जेडीए के प्रवर्तन दस्ते ने कार्रवाई की।

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मांचवा में बहाव पर किए गए अवैध निर्माण ध्वस्त करती जेसीबी। फोटो पत्रिका

जयपुर। कालवाड़ रोड मांचवा स्थित रामकुटिया के पीछे नदी-नालों के बहाव क्षेत्र की जमीन पर भू-माफिया व भू-कारोबारियों की ओर से किए गए अतिक्रमणों पर बुधवार को जेडीए के प्रवर्तन दस्ते ने कार्रवाई की। दस्ते ने लगभग 18 बीघा जमीन पर किए गए अवैध निर्माणों को ध्वस्त किया।

पुलिस उप महानिरीक्षक राहुल कोटकी ने बताया कि उच्च न्यायालय के ’अब्दुल रहमान प्रकरण’ में स्थगन के बावजूद मांचवा में अवैध रूप से कॉलोनियां काटकर पक्के मकान, टिनशेडनुमा कमरे व चारदीवारी निर्माण की शिकायतें मिल रही थीं। इस पर जेडीए जोन-12 के प्रवर्तन दस्ते ने पुलिस जाब्ते के साथ रामदेव नगर और अन्य जगहों पर कार्रवाई करते हुए निर्माणों को ध्वस्त किया।

विरोध करने वालों को हटाया

कार्रवाई के दौरान बहाव क्षेत्र में अवैध निर्माण करने वाले कुछ भू-माफिया और बिल्डरों के लोगों ने कार्रवाई का विरोध करने की कोशिश की लेकिन पुलिस जाब्ते ने उन्हें तुरंत दूर कर निर्माणों को ध्वस्त करने की कार्रवाई को अंजाम दिया।

पत्रिका की मुहिम का असर

गौरतलब है कि कालवाड़ रोड मांचवा से लेकर भंभौरी सीमा के रामकुटिया-सबरामपुरा क्षेत्र तक व्यापक पैमाने पर अतिक्रमण कर कॉलोनियां काटने से बहाव क्षेत्र का अस्तित्व खतरे में आ गया था। राजस्थान पत्रिका ने लगातार समाचार प्रकाशित कर नदी-नालों का बहाव क्षेत्र बचाने की मुहिम चलाई और इसका असर रहा कि जेडीए ने मांचवा क्षेत्र में यह कार्रवाई शुरू की। ज्ञात रहे कि गत वर्ष भी जेडीए जोन-12 के प्रवर्तन दस्ते ने इस क्षेत्र में अतिक्रमण पर कार्रवाई की थी लेकिन फिर से अतिक्रमण होना शुरू हो गए थे।

नदी-नालों की जमीन पर काट दिए पट्टे

कार्रवाई के दौरान सामने आया कि रामकुटिया के पीछे नदी-नालों की जमीन पर रह रहे कई लोगों को यह पता ही नहीं था कि वे जिस जगह रह रहे हैं, वहां से कभी नदी गुजरती थी। जेडीए का दस्ता आने पर लोगों ने बताया कि उन्होंने जमीन खरीद कर सोसाइटी से पट्टे लिए हैं। यहां अवैध कॉलोनी बसाने वाले लोगों को गुमराह कर नदी-नालों की जमीन बेच रहे हैं।