जयपुर। राजस्थान सशस्त्र पुलिस (RAC) के सिपाही अजय कटारिया ने जयपुर के बगरू में तैनात लेबर इंस्पेक्टर शंकरलाल बलाई की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी। इस वीभत्स वारदात से कुछ घंटे पहले ही कटारिया ने अपनी पूर्व मंगेतर, जो जयपुर में महिला कांस्टेबल है को फोन कर धमकी दी थी। 'मैं दिल्ली से 50 कारतूस लेकर निकला हूं, आज शंकरलाल बलाई सूरज नहीं देख पाएगा'।
इतनी खतरनाक धमकी मिलने के बाद, आरएसी जवान की पूर्व मंगेतर महिला कांस्टेबल ने इसे कटारिया का एक और गुस्से भरा बयान मानकर नजरअंदाज कर दिया। क्योंकि अक्सर वह गुस्से में इस तरह की धमकी देता रहता था। ऐसे में महिला कांस्टेबल ने किसी को सतर्क नहीं किया। इस वजह से महिला कांस्टेबल का दूर का रिश्तेतार शंकरलाल बलाई इस खतरे से अनजान था।
पुलिस के अनुसार, सोमवार को ड्यूटी खत्म होते ही अजय कटारिया ने दिल्ली स्थित अपनी 12वीं बटालियन से सरकारी सेल्फ-लोडिंग राइफल (SLR) लिया, उसे खोलकर एक बैग में रखा और जयपुर के लिए बस पकड़ ली। मंगलवार सुबह सिंधी कैंप बस स्टैंड पहुंचकर उसने एक ऑफलाइन टैक्सी बुक की और सीधे बलाई के बगरू स्थित घर की ओर निकल पड़ा।
शंकरलाल के घर के पास पहुंचकर कटारिया ने टैक्सी में ही राइफल जोड़ी और ड्राइवर पर तान दी। बोला- 'चाबी दो और भाग जाओ।' डरे सहमे ड्राइवर ने ऐसा ही किया और गार्ड को सूचना दी। उसी समय सुबह करीब 6:30 बजे बलाई अपने घर के बाहर नीम की दातून से दांत साफ कर रहा था, अंदर बच्चे सो रहे थे और पत्नी दूध लेने गई थी।
कटारिया पहले से इंतजार कर रहा था, जैसे ही बलाई बाहर आया, दोनों में बहस हुई और फिर अचानक कटारिया ने राइफल निकाल ली। बलाई जान बचाने के लिए खाली प्लॉट की ओर भागा, लेकिन कटारिया ने दौड़ते हुए उस पर पीछे से गोली चलाई। पीठ, गर्दन और जांघ में गोली लगते ही वह वहीं गिर पड़ा।
पास के लोग और पत्नी सरोज दौड़े, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। पूरा इलाका सन्न रह गया। इस नृशंस हत्या ने एक बार फिर प्रेम, धोखे और प्रतिशोध के घातक मेल को उजागर किया है। पुलिस ने आरोपी को हिरासत में ले लिया है और आगे की जांच जारी है।
Published on:
06 Aug 2025 02:11 pm