जयपुर। बीते दिन राजधानी में हुई लेबर इंस्पेक्टर शंकरलाल बलाई की हत्या ने पूरे शहर को झकझोर दिया। सबके मन में एक ही सवाल लगातार कौंध रहा है कि आखिर RAC जवान ने अपने रिश्तेदारी में आने वाले लेबर इंस्पेक्टर की इतनी दर्दनाक हत्या क्यों की? मामले में गिरफ्तारी के बाद आरोपी आरएसी जवान ने बड़े खुलासे किए हैं, वहीं उसकी पूर्व मंगेतर महिला कांस्टेबल ने सभी आरोपों को गलत बताया है।
आरोपी RAC जवान अजय कटारिया के हवाले से पुलिस ने बताया कि आरोपी की साल 2024 में जयपुर में तैनात महिला कांस्टेबल के साथ सगाई हुई थी। यह रिश्ता मृतक लेबर इंस्पेक्टर के ससुर ने तय कराया था, लेकिन कुछ दिनों के बाद दोनों में बात बिगड़ गई और शादी कैंसिल हो गई।
RAC जवान ने आरोप लगाया कि लेबर इंस्पेक्टर के साथ उसकी पूर्व मंगेतर के संबंध थे, इसी वजह से उसकी शादी टूट गई। वहीं इसके बाद भी लेबर इंस्पेक्टर के इशारे पर महिला कांस्टेबल उसको मुकदमे में फंसाने की धमकी देती थी, जिससे परेशान होकर उसने लेबर इंस्पेक्टर की हत्या कर दी।
पश्चिमी जयपुर के डीसीपी हनुमान प्रसाद मीणा के अनुसार, महिला कांस्टेबल ने बताया कि उसके पिता ने उसे त्याग दिया था, जिसके बाद लेबर इंस्पेक्टर शंकरलाल बलाई उसे हमेशा संरक्षक की तरह सहयोग दिया। उसने कहा कि अजय कटारिया का असली स्वभाव सामने आने के बाद उसने अजय से रिश्ता तोड़ दिया।
लेबर इंस्पेक्टर शंकरलाल बलाई की हत्या के बाद आरोपी RAC सिपाही अजय कटारिया ने करीब 45 किलोमीटर दूर फुलेरा थाने में आत्मसमर्पण कर दिया। उसने हत्या में इस्तेमाल की गई राइफल भी पुलिस को सौंप दी।
डीसीपी हनुमान प्रसाद मीणा ने बताया कि हत्या की जड़ें कटारिया की टूटी सगाई से जुड़ी हैं। अक्टूबर 2024 में कटारिया की सगाई जयपुर पुलिस में तैनात एक महिला कांस्टेबल से हुई थी, जो मृतक शंकरलाल बलाई की दूर की बहन थी।
हत्या के बाद अजय कटारिया ने महिला पर बेवफाई और शंकरलाल पर रिश्ते में दखल देने का आरोप लगाया, जिसे पुलिस ने खारिज कर दिया। महिला कांस्टेबल के हवाले से पुलिस का कहना है कि ब्रेकअप के बाद कांस्टेबल को लगातार कटारिया की ओर से परेशान किया जा रहा था।
दूसरी तरफ, पीड़ित के परिवार ने हत्या को साजिश करार दिया है। मृतक के पिता सुखाराम और चाचा मोहनलाल ने आरोप लगाया कि महिला कांस्टेबल के पिता ने कटारिया को भड़काया। उनका कहना है कि जब पूरन ने अपने बच्चों को छोड़ा, तब शंकरलाल ने ही आर्थिक मदद की थी।
परिजनों का दावा है कि कटारिया और पूरन, दोनों मिलकर शंकरलाल को लंबे समय से धमका रहे थे। एक रिश्तेदार ने यहां तक कहा कि महिला कांस्टेबल के पिता ने किसी को पैसे देकर शंकरलाल को नुकसान पहुंचाने की जिम्मेदारी थी और पुलिस को इस विवाद की जानकारी थी।
हत्या के बाद परिवार ने बगरू सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के बाहर प्रदर्शन किया और महिला कांस्टेबल के पिता समेत तीन अन्य के खिलाफ साजिश व हत्या के लिए उकसावे का मामला दर्ज करने की मांग की। पुलिस ने निष्पक्ष जांच और दोषियों की गिरफ्तारी का आश्वासन दिया, जिसके बाद परिजन पोस्टमार्टम के लिए राजी हुए।
कुल मिलाकर, लेबर इंस्पेक्टर हत्या के मामले में आरोपी अजय कटारिया ने महिला कांस्टेबल और लेबर इंस्पेक्टर के अवैध संबंध को वजह बताया है। वहीं मृतक के परिजनों ने महिला कांस्टेबल के पिता को गुनाहगार बताया है। दूसरी तरफ महिला कांस्टेबल ने सिर्फ अजय कटारिया को गुनाहगार करार दिया है।
Published on:
06 Aug 2025 04:32 pm