Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

राजस्थान में आतंक का साइलेंट गेम रच रहा था मौलवी ओसामा उमर, तैयार कर रहा था स्लीपर सेल, ATS की पूछताछ में खुले कई बड़े राज

राजस्थान के सांचौर से गिरफ्तार मौलवी ओसामा उमर से एटीएस लगातार पूछताछ कर रही है। मौलवी भारत में आतंकी संगठन के लिए स्लीपर सेल तैयार कर रहा था। अफगानिस्तान में ट्रेनिंग के लिए 4 दिन बाद निकलने वाला था, इससे पहले ही एटीएस ने दबोच लिया।

2 min read
Google source verification

जयपुर

image

Kamal Mishra

Nov 18, 2025

Maulvi Osama Umar

एटीएस की गिरफ्त में मौलवी ओसामा उमर (फोटो-सोशल मीडिया)

जयपुर। बाड़मेर जिले का रहने वाला सांचौर से पकड़ा गया मौलवी ओसामा उमर आतंक की दुनिया में अपना खतरनाक सफर शुरू कर चुका था, लेकिन उससे पहले ही राजस्थान ATS ने उसके मंसूबों पर पानी फेर दिया। जांच में पता चला है कि ओसामा तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) के लिए राजस्थान में स्लीपर सेल तैयार करने के गुप्त मिशन पर लगा हुआ था। अगर वह 8 नवंबर को तय प्लान के तहत दुबई होते हुए अफगानिस्तान पहुंच जाता, तो भारतीय जमीन पर उसके इरादों का खेल और भी घातक हो सकता था। लेकिन ATS की समय रहते हुई कार्रवाई ने इस पूरे नेटवर्क को जड़ से हिलाकर रख दिया।

राजस्थान ATS की पूछताछ में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। ओसामा अफगानिस्तान में टीटीपी के बेस कैंप में 'जिहाद की ट्रेनिंग' लेने वाला था। ओसामा ट्रेनिंग के बाद राजस्थान सहित पूरे देश में टीटीपी का साइलेंट नेटवर्क खड़ा करना चाहता था। शुरुआती जांच बताती है कि वह इस काम की नींव रख भी चुका था और चार युवाओं को कट्टरपंथ की राह पर मोड़ने में सफल भी हो गया था।

कुख्यात आंतकी सैफुल्लाह से था प्रेरित

ओसामा कुख्यात आतंकी सैफुल्लाह से प्रेरणा ले रहा था और उसके वीडियो उसने घंटों देखा। सैफुल्लाह की मौत के बाद भी ओसामा उसके रिश्तेदारों के संपर्क में रहा और कई लोगों को उन्हीं के वॉइस मैसेज के जरिए प्रभावित करता रहा। उसका परिवार धार्मिक गतिविधियों से जुड़ा है और पिता मदरसे में शिक्षक हैं, लेकिन ओसामा ने डिजिटल दुनिया में अपने इरादों की गहरी सुरंगें खोद रखी थीं।

फोन से मिले 3 लाख फोटो

एफएसएल की जांच में उसके मोबाइल से 3 लाख फोटो और कई हिडन वीडियो बरामद हुए हैं, जिन्हें वह मोबाइल के 'हिडन स्पेस' में छुपाए बैठा था। यही फाइलें अब उसके पूरे नेटवर्क की परतें खोल रही हैं।

तीन जगह से की थी पढ़ाई

ओसामा ने शुरुआती धार्मिक शिक्षा (अलीमा) करौली से पूरी की थी। इसके बाद वह उत्तर प्रदेश के देवबंद से धार्मिक शिक्षा में उच्च डिग्री हासिल की थी। इसके बाद उसने महाराष्ट्र में जाकर अरबी भाषा में पढ़ाई की थी। 2023 में सोशल मीडिया के जरिए वह कट्टरवाद की गिरफ्त में आया और धीरे-धीरे TTP और लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ गया। वह युवाओं को जिहादी कंटेंट भेजता था और ऑनलाइन ब्रेनवॉशिंग का नेटवर्क खड़ा करता जा रहा था।

डिजिटल डेटा की गहराई से जांच

ATS अब उसके डिजिटल डेटा की गहराई से पड़ताल कर रही है, ताकि यह समझा जा सके कि TTP का भारत में असली प्लान क्या था और ओसामा से आगे कौन-सा खेल खेलवाने की तैयारी थी। फिलहाल उसकी गिरफ्तारी ने एक बड़े नेटवर्क की डोर पकड़ ली है और जांच हर रोज नए-नए राज उगल रही है।