Patrika LogoSwitch to English
मेरी खबर

मेरी खबर

शॉर्ट्स

शॉर्ट्स

ई-पेपर

ई-पेपर

राजस्थान में नैनो यूरिया की जबरन खरीद पर भड़के किसान, बोले- फसलों की पैदावार घट रही, PM मोदी से लगाई गुहार

राजस्थान के किसानों ने नैनो यूरिया की अनिवार्य खरीद का विरोध जताया है। लुधियाना कृषि यूनिवर्सिटी शोध में पैदावार घटने की पुष्टि की है। शिकायतों और ज्ञापनों के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई।

जयपुर

Arvind Rao

Aug 18, 2025

Rajasthan Farmers Protest
Rajasthan Farmers Protest (Patrika File Photo)

जयपुर: राजस्थान के किसानों ने नैनो यूरिया की अनिवार्य खरीद को लेकर नाराजगी जताई है। किसानों का कहना है कि सरकार के आदेश के चलते सहकारी समितियां और खाद लाइसेंसधारी उन पर नैनो यूरिया की बोतलें लेने का दबाव बना रहे हैं, जबकि पंजाब की लुधियाना कृषि यूनिवर्सिटी के शोध में यह साबित हुआ है कि नैनो यूरिया के इस्तेमाल से पैदावार घटती है।

किसानों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक अपनी बात पहुंचाई है। किसान महापंचायत के अध्यक्ष रामपाल जाट ने बताया कि किसानों ने कई बार राज्य और केंद्र सरकार को ज्ञापन सौंपा, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। यहां तक कि 12 अक्टूबर 2022 को इस मामले को लेकर भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) में शिकायत भी दर्ज कराई गई थी, लेकिन वहां से भी कोई कार्रवाई नहीं हुई।


कृषि यूनिवर्सिटी की रिपोर्ट में क्या लिखा


रामपाल जाट ने कहा, लुधियाना कृषि यूनिवर्सिटी की रिपोर्ट में साफ लिखा गया कि नैनो यूरिया के उपयोग से उत्पादन कम हो रहा है। इसी कारण किसान नैनो यूरिया नहीं खरीदना चाहते। लेकिन समितियां और डीलर दबाव डाल रहे हैं। सरकार ने 21 जुलाई 2025 को इस जबरदस्ती को रोकने के लिए परिपत्र जारी किया था, फिर भी स्थिति जस की तस बनी हुई है।


नैनो यूरिया की बोतलों का ढेर लगा


उन्होंने आगे कहा कि किसानों के घरों में नैनो यूरिया की बोतलों का ढेर लग चुका है, जिनका कोई उपयोग नहीं हो रहा। खेती पहले ही घाटे का सौदा बन चुकी है और अब नैनो यूरिया पर अनचाहा खर्च किसानों की आर्थिक स्थिति को और बिगाड़ रहा है। किसानों ने प्रधानमंत्री से हस्तक्षेप कर इस समस्या का स्थायी समाधान निकालने की मांग की है।