Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Solar Power: राजस्थान ने ऊर्जा क्षेत्र में रचा ऐसा कारनामा, जो 2030 में होना था पूरा वो 2025 में कर लिया पूरा

Rajasthan Energy: राजस्थान ने 2030 का नवीकरणीय ऊर्जा लक्ष्य 2025 में ही किया हासिल। बीकानेर के पूगल सोलर पार्क में 2450 मेगावाट सौर और 5000 मेगावाट आवर बैटरी स्टोरेज परियोजना की शुरुआत।

2 min read
Google source verification

जयपुर

image

Rajesh Dixit

Nov 08, 2025

Solar Energy

पत्रिका फोटो

Renewable Energy: जयपुर। ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर ने घोषणा की कि राज्य ने वर्ष 2030 तक का नवीकरणीय ऊर्जा लक्ष्य वर्ष 2025 में ही प्राप्त कर लिया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा के नेतृत्व में राजस्थान देश-विदेश के निवेशकों के लिए ऊर्जा निवेश का प्रमुख केंद्र बन चुका है।

बीकानेर जिले के पूगल सोलर पार्क में आयोजित विशेष निवेशक बैठक में ऊर्जा मंत्री ने 2450 मेगावाट सौर ऊर्जा और 1250 मेगावाट/5000 मेगावाट घंटा बैटरी ऊर्जा भंडारण प्रणाली (BESS) के विकास के लिए टेंडर जारी करने की घोषणा की। इस परियोजना से दिन में उत्पन्न सौर ऊर्जा को रात में उपयोग के लिए संग्रहित किया जा सकेगा, जिससे बिजली आपूर्ति निर्बाध बनी रहेगी।
बैठक में ऊर्जा विभाग के प्रमुख शासन सचिव अजिताभ शर्मा ने बताया कि सौर ऊर्जा के साथ बैटरी स्टोरेज सिस्टम भविष्य की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए आवश्यक है। उन्होंने पूगल सोलर पार्क परियोजना को निवेशकों के लिए आकर्षक अवसर बताया। इस अवसर पर अक्षय ऊर्जा निगम के CMD रोहित गुप्ता ने परियोजना की विस्तृत जानकारी दी और निवेशकों के प्रश्नों के उत्तर दिए।

कार्यक्रम में NTPC, टाटा पावर, JSW, अडानी, अदित्य बिड़ला, ACME, Renew, Avaada जैसे देश के अग्रणी ऊर्जा क्षेत्र के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। इस दौरान राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम ने एक नया ऑनलाइन पोर्टल भी लॉन्च किया, जिसके माध्यम से सौर-पवन हाइब्रिड और अक्षय ऊर्जा परियोजनाओं से संबंधित सभी प्रक्रियाएं एक ही प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध होंगी।

ऊर्जा मंत्री नागर ने कहा कि राज्य सरकार का लक्ष्य केवल बिजली उत्पादन नहीं, बल्कि हर घर तक स्वच्छ ऊर्जा पहुँचाना है। यह पहल भारत सरकार के “नेट ज़ीरो 2070” संकल्प को साकार करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। पूगल सोलर पार्क परियोजना से न केवल बीकानेर क्षेत्र में रोजगार और इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि राजस्थान देश की “ग्रीन एनर्जी राजधानी” के रूप में और सशक्त बनेगा।