Patrika LogoSwitch to English
मेरी खबर

मेरी खबर

शॉर्ट्स

शॉर्ट्स

ई-पेपर

ई-पेपर

त्योहार की भीड़ में सड़क सुरक्षा रही नदारद, नियमों की उड़ती रही धज्जियां

road safety: बसों की छतों, ओवरलोड गाड़ियों और बिना हेलमेट सफर ने बढ़ाया खतरा। एसपी ने दिलाया राखी संग ‘रोड सेफ्टी’ का अनूठा संकल्प।

जयपुर

MOHIT SHARMA

Aug 09, 2025

Photo: Patrika Network
Photo: Patrika Network

कोटपूतली-बहरोड़. रक्षाबंधन के अवसर पर जहां बहनों ने भाइयों की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधकर लंबी उम्र की कामना की, वहीं जिले की सड़कों पर हालात कुछ अलग दिखे। जगह-जगह बसों की छतों पर बैठे यात्री, बिना हेलमेट बाइक सवार, ओवरलोड पिकअप और ट्रैक्टर-ट्रॉली में ठुंसे लोग, मानो जिंदगी से ज्यादा जल्दी मंजिल तक पहुंचना जरूरी हो गया हो। त्योहार पर बढ़े यात्रीभार के बीच ट्रैफिक नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ती रहीं। मुख्य चौराहे और ऐसी कई जगहों पर नजारा ऐसा था जैसे यात्री अपनी जान को दांव पर लगाकर सफर कर रहे हों। सडक़ सुरक्षा की अनदेखी ने रक्षाबंधन जैसे पावन दिन पर भी हादसे की आशंका को बढ़ा दिया।

एसपी का अनूठा संदेश

जिला पुलिस अधीक्षक देवेंद्र कुमार बिश्नोई ने इस लापरवाही के बीच एक अनूठा और सीधा संदेश दिया कि बहन की रक्षा केवल राखी बांधने से नहीं होगी बल्कि सडक़ पर सुरक्षित चलने से होगी। उन्होंने बहनों से अपील की कि इस रक्षाबंधन पर भाइयों से सिर्फ रक्षा का वचन न लें बल्कि सड़क सुरक्षा का संकल्प भी दिलवाएं।
उन्होंने कहा कि अगर भाई हेलमेट पहनता है, ट्रैफिक नियमों का पालन करता है, मोबाइल का उपयोग वाहन चलाते समय नहीं करता और अपनी व दूसरों की जान की कीमत समझता है तो वही बहन की सच्ची रक्षा है। एसपी ने विशेष रूप से महिलाओं से आग्रह किया कि राखी बांधते समय भाइयों को जीवनभर सडक़ पर सतर्क रहने और नियमों का पालन करने का प्रण दिलाएं, ताकि रक्षाबंधन की भावना केवल प्रतीकात्मक न रहे बल्कि सच में जीवन की रक्षा करने वाली बने।