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Voter Revision: राजस्थान में मतदाता सूची में नाम जोड़ना अब आसान या मुश्किल? जानिए नई ऑनलाइन प्रक्रिया की पूरी कहानी

Voter Awareness: छह दिन में 2 करोड़ से ज्यादा मतदाताओं तक पहुंचा गणना प्रपत्र, राजस्थान बना अग्रणी राज्य,विशेष गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम 2026 में बाड़मेर-चित्तौड़गढ़ आगे, श्रीगंगानगर सबसे पीछे।

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जयपुर

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Rajesh Dixit

Nov 10, 2025

sir survey voters 2003 records ratlam mp news

voter facing trouble during SIR survey (photo- सोशल मीडिया)

Special Intensive Revision: जयपुर। राज्य में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) कार्यक्रम के तहत गणना प्रपत्र वितरण का कार्य तेजी से जारी है। केवल छह दिन में ही प्रदेशभर में 2 करोड़ 18 लाख से अधिक गणना प्रपत्र वितरित किए जा चुके हैं। यह संख्या राज्य के कुल मतदाताओं का लगभग 40 प्रतिशत है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवीन महाजन ने बताया कि बाड़मेर और चित्तौड़गढ़ जिले इस अभियान में लगातार अग्रणी बने हुए हैं, जहां 50 प्रतिशत से अधिक गणना प्रपत्र वितरित हो चुके हैं। वहीं जोधपुर, हनुमानगढ़, बीकानेर और सिरोही जिलों में यह प्रतिशत 35 से कम है।

महाजन ने कम प्रगति वाले जिलों के जिला निर्वाचन अधिकारियों को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि यह एक समयबद्ध कार्यक्रम है, जिसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। विधानसभा क्षेत्रों में वैर ने 66.5 प्रतिशत वितरण के साथ शीर्ष स्थान हासिल किया है, जबकि श्रीगंगानगर क्षेत्र में मात्र 25 प्रतिशत वितरण हुआ है।

ऑनलाइन गणना प्रपत्र भरने की सुविधा शुरू

निर्वाचन विभाग ने मतदाताओं की सुविधा के लिए गणना प्रपत्र ऑनलाइन भरने की सुविधा भी शुरू की है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि मतदाता अपने लिए ऑनलाइन गणना प्रपत्र भरकर जमा करा सकते हैं। इसके लिए मतदाता सूची 2025 और आधार कार्ड पर दर्ज नाम पूरी तरह समान होना चाहिए, साथ ही मतदाता का मोबाइल नंबर वोटर आईडी से लिंक होना अनिवार्य है। जिन्होंने ऑनलाइन गणना प्रपत्र जमा किया है, उन्हें बीएलओ द्वारा दिया जाने वाला ऑफलाइन फॉर्म भरने की जरूरत नहीं होगी।

इस प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए वीडियो ट्यूटोरियल निर्वाचन विभाग के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध हैं। इसके अलावा जिला निर्वाचन अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि इलेक्ट्रोल लिटरेसी क्लब्स और प्रोफेशनल संस्थाओं के माध्यम से भी ऑनलाइन प्रपत्र भरने की जानकारी अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाई जाए।

मैपिंग में राजस्थान अग्रणी राज्य

विशेष गहन पुनरीक्षण से संबंधित मैपिंग कार्य में राजस्थान अग्रणी है। अब तक 75 प्रतिशत से अधिक मैपिंग कार्य पूरा हो चुका है। बाड़मेर, सलूंबर, बालोतरा, नागौर, दौसा और फलोदी जिले इस मामले में सबसे आगे हैं, जबकि जयपुर, कोटा, जोधपुर, श्रीगंगानगर और अजमेर में अभी और प्रयासों की आवश्यकता है।

मैपिंग से मतदाताओं को बड़ा लाभ मिलेगा, क्योंकि यदि उनका नाम देश के किसी अन्य राज्य की पिछली मतदाता सूची से मेल खा जाता है, तो उन्हें किसी भी प्रकार का दस्तावेज प्रस्तुत नहीं करना होगा।

बीएलओ द्वारा अपलोड प्रक्रिया भी शुरू

भारत निर्वाचन आयोग ने गणना प्रपत्रों को बीएलओ के माध्यम से अपलोड करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। बीएलओ अब मतदाताओं द्वारा ऑफलाइन भरे गए फॉर्म अपने मोबाइल ऐप पर अपलोड कर रहे हैं। वहीं ऑनलाइन भरे गए फॉर्म सीधे बीएलओ के ऐप पर दिखाई देंगे, जिन्हें वे सत्यापित कर अपलोड करेंगे। इस तरह एसआईआर 2026 कार्यक्रम में राजस्थान डिजिटल रूप से भी तेजी से आगे बढ़ रहा है।