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लाठी बाजार में दुर्घटनाओं का खतरा, गति अवरोधक की मांग तेज

पोकरण क्षेत्र के लाठी गांव के मुख्य बाजार से गुजरते राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या- 11 पर गति अवरोधक और बैरीकेट्स नहीं होने से लगातार हादसे हो रहे हैं, जबकि जिम्मेदार स्तर पर कोई ठोस कवायद नजर नहीं आ रही।

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पोकरण क्षेत्र के लाठी गांव के मुख्य बाजार से गुजरते राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या- 11 पर गति अवरोधक और बैरीकेट्स नहीं होने से लगातार हादसे हो रहे हैं, जबकि जिम्मेदार स्तर पर कोई ठोस कवायद नजर नहीं आ रही। सुरक्षा संकट को लेकर ग्रामीणों ने जिला कलक्टर को ज्ञापन भेजकर त्वरित हस्तक्षेप की मांग उठाई है। ग्रामीण रमणलाल पालीवाल, जेठूसिंह चौहान, सुंदरलाल दर्जी, रवि, किशनलाल, जमालदीन, सत्यनारायण पालीवाल, बलवंतसिंह, मोयबखां, इकबालखां, उगम पंवार, छगनलाल, शिवरतन, बशीर पठान, हाकमखां, अवतारसिंह, जगदीश टावरी, धर्मराज चौधरी, अलूखां मंगलिया और चमनलाल दर्जी सहित ग्रामीणों ने बताया कि मुख्य बाजार में गति अवरोधक न होने से वाहन तेज रफ्तार में निकलते हैं। घनी आबादी होने से दिनभर बाजार में आवाजाही रहती है, ऐसे में दुकानदारों, राहगीरों और बच्चों की सुरक्षा गंभीर चिंता का विषय बन गई है। मुख्य मार्ग के दोनों ओर स्थित दो विद्यालयों में 500 से अधिक विद्यार्थी अध्ययनरत हैं, जो इसी मार्ग से होकर स्कूल पहुंचते हैं। बाजार में स्थानीय लोगों के साथ आसपास गांवों से आने वाले खरीददारों की भी लगातार आवाजाही रहती है, जिससे हर समय भीड़ भाड़ बनी रहती है। तेज रफ्तार वाहनों के कारण यहां हादसे की आशंका हमेशा बनी रहती है।

पूर्व में हुए हादसे जोखिम का संकेत

ग्रामीणों ने अपने ज्ञापन में बताया कि 13 मई 2024 को तेज रफ्तार एसयूवी की टक्कर से एक किसान की मौत हो गई थी। गत 17 मई को बस की टक्कर से एक गाय की मौत हुई। इसी तरह 12 जून को चलती कार का टायर फटने से वाहन डिवाइडर से टकराया, जिसमें कई पर्यटक घायल हुए। इसके अतिरिक्त भी कई हादसे हो चुके हैं, बावजूद इसके सुरक्षा उपाय अब तक नहीं किए गए। ग्रामीणों का कहना है कि यदि समय रहते गति अवरोधक या बैरीकेट्स नहीं लगाए गए, तो किसी बड़ी दुर्घटना से इनकार नहीं किया जा सकता। उन्होंने मुख्य बाजार में तुरंत सुरक्षा प्रबंध किए जाने की मांग की, ताकि दुर्घटनाओं पर रोक लगे और स्थानीय लोगों व विद्यार्थियों को सुरक्षित मार्ग मिल सके।