
ताड़ाना गांव में पेयजल संकट लगातार गहराता जा रहा है। मेघवाल समाज मोहल्ले में बनी पानी की टंकी पिछले दो वर्षों से सूखी पड़ी है, जिसके कारण ग्रामीणों को गंभीर परेशानी झेलनी पड़ रही है। ग्रामीणों ने बताया कि समस्या को कई बार ग्राम पंचायत और जलदाय विभाग के समक्ष रखने के बावजूद अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।
पानी उपलब्ध नहीं होने से लोग दूर-दराज से निजी टैंकर मंगवाकर काम चला रहे हैं। ग्रामीणों के अनुसार ताड़ाना और आसपास के क्षेत्रों में अधिकांश परिवार पशुपालन पर निर्भर हैं। गांव में गोवंश की संख्या अधिक होने के बावजूद पानी की टंकी और पशु खेळी खाली रहने से पशुओं को प्यास बुझाने के लिए कई किलोमीटर दूर भटकना पड़ रहा है। भीषण गर्मी में पानी की अनुपलब्धता पशुधन के लिए गंभीर संकट बन चुकी है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि मोहल्ले में पानी की कमी पशुपालन को बुरी तरह प्रभावित कर रही है। जलदाय विभाग के अधिकारियों को कई बार अवगत कराने के बावजूद संबंधित कार्मिक समस्या के समाधान में उदासीन बने हुए हैं। इससे ग्रामीणों में विभाग के प्रति नाराजगी बढ़ रही है। तिलोकाराम, खेताराम, नेताराम, दीपराम, शेराराम, भूराराम, भंवरुराम, वासू सहित कई ग्रामीणों ने बताया कि पेयजल संकट से उनका दैनिक जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। दूर के इलाकों से पानी पीने आने वाले पशु भी प्यासे लौट जाते हैं। ग्रामीणों ने मांग की कि मोहल्ले की पानी टंकी में तुरंत जलापूर्ति शुरू की जाए, ताकि ग्रामीणों और पशुधन दोनों को राहत मिल सके।
Updated on:
20 Nov 2025 08:59 pm
Published on:
20 Nov 2025 08:57 pm
बड़ी खबरें
View Allजैसलमेर
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
