रामदेवरा कस्बे में चल रहे भादवा मेले में यातायात नियमों को ताक में रखकर ओवरलोड वाहनों की आवाजाही हो रही है। बावजूद इसके जिम्मेदारों का ध्यान इस ओर नहीं गया है। अनदेखी के चलते कभी भी बड़ा हादसा होने का अंदेशा बना हुआ है। हकीकत यह है कि ओवरलोड वाहनों पर कार्रवाई करने के दावे केवल कागजों तक ही सीमित हैं। इन दिनों यहां एक दिन भी ऐसा नहीं जा रहा, जब ओवरलोड वाहनों का आवागमन नहीं हुआ हो। पोकरण के मुख्य निजी बस स्टैंड से होकर एनएच- 15 पर ओवरलोड वाहन दौड़ते हुए नाचना चौराहे से होकर नाचना की ओर बेधडक़ आते जाते हैं, लेकिन जिम्मेदार इन ओवरलोड वाहनों को रोकने की जहमत नहीं उठाते है। कस्बे में यात्री वाहनों में चालक वाहन क्षमता से अधिक सवारियां बिठाकर वाहन चला रहे हैं। रामदेवरा से जोधपुर और बीकानेर के लिए चलने वाली बसों में बस चालक सवारियों को बस की छत पर बैठाकर जोखिम भरा सफर करवा रहे हैं।
ज्यादा कमाई के लालच में निजी बस चालक सवारियों की जान तो जोखिम में डाल ही रहे हैं, लेकिन किराये का पूरा पैसा चुकाने के बाद भी उन्हें सीट नसीब नहीं हो पाती है। ओवरलोड होने से न केवल वाहन की गति और नियंत्रण कम हो जाता है, बल्कि इससे ब्रेक लगाने में भी अधिक समय लगता है, जिससे दुर्घटना की संभावना बढ़ जाती है।
-5 किमी की परिधि में फैला हुआ है मेला परिसर
-30 से 50 लाख श्रद्धालु आते है मेले में
-25 से 30 लाख वाहन आते हैं मेलावधि में रामदेवरा
Updated on:
17 Aug 2025 08:33 pm
Published on:
17 Aug 2025 10:27 pm