Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

बिजली समस्या को लेकर बंद रहा सांकड़ा, रोष जताते हुए किया विरोध-प्रदर्शन

सांकड़ा. क्षेत्र के सांकड़ा गांव में स्थित डिस्कॉम के जीएसएस से जुड़े गांवों व ढाणियों में चरमराई विद्युत आपूर्ति व्यवस्था को सुधारने की मांग को लेकर ग्रामीणों की ओर से दिया जा रहा धरना मंगलवार को 11 वें दिन भी जारी रहा।

2 min read
Google source verification

सांकड़ा. क्षेत्र के सांकड़ा गांव में स्थित डिस्कॉम के जीएसएस से जुड़े गांवों व ढाणियों में चरमराई विद्युत आपूर्ति व्यवस्था को सुधारने की मांग को लेकर ग्रामीणों की ओर से दिया जा रहा धरना मंगलवार को 11 वें दिन भी जारी रहा। मंगलवार को सांकड़ा गांव बंद रखकर विरोध प्रदर्शन किया गया। इस दौरान अधिकारियों ने यहां पहुंचकर समझाइश की और आश्वासन दिया। जिस पर ग्रामीणों ने धरना समाप्त करवाया।

क्षेत्र के नींबसिंह, दिलीपसिंह, सुरेन्द्रसिंह, सुभाषसिंह, खीमसिंह, जितेन्द्रसिंह सहित किसानों ने बताया कि पोकरण से बोनाड़ा तक छह जीएसएस एक ही 33 केवी विद्युत लाइन से संचालित है। जबकि पूरा क्षेत्र सिंचित है। उन्होंने बताया कि 2018 में हजारों किसानों ने कृषि कनेक्शन के लिए आवेदन किए थे। साथ ही 2022 में डिमांड राशि भी जमा करवा दी गई, लेकिन उन्हें आज तक कनेक्शन जारी नहीं किए गए है। ऐसे में किसानों को परेशानी हो रही है। इसके साथ ही जीएसएस पर लोड बढ़ रहा है। उन्होंने बताया कि भैंसड़ा से हरियासर 33 केवी लाइन लगाने के बाद भी आपूर्ति शुरू नहीं की गई है। उन्होंने बताया कि किसानों को पूरी 6 घंटे बिजली दिलाने, घरेलू कनेक्शनों में 24 घंटे विद्युत आपूर्ति करने, बकाया कृषि कनेक्शन शीघ्र जारी करवाने, एफआरटी में कार्मिकों की संख्या बढ़ाकर किसानों व ग्रामीणों की समस्याओं का शीघ्र समाधान करने, पुरानी विद्युत लाइनों को बदलने सहित 12 सूत्री मांगों को लेकर गत 11 दिनों से धरना देकर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा था।

बंद रहे बाजार, पसरा रहा सन्नाटा

विभिन्न मांगों को लेकर 11 दिनों से चल रहे धरने के बावजूद कोई सुनवाई नहीं होने से नाराज ग्रामीणों व किसानों की ओर से मंगलवार को सांकड़ा गांव बंद रखा गया। व्यापारियों ने धरने को समर्थन दिया। मंगलवार को सुबह से ही गांव के बाजार बंद रहे। जिससे मुख्य मार्गों पर सन्नाटा पसरा नजर आया। इस दौरान जीएसएस के आगे चल रहे धरने में बड़ी संख्या में ग्रामीण पहुंचे और मांगों का समर्थन किया। जीएसएस का घेराव कर यहां पड़ाव डाला गया और विरोध प्रदर्शन किया गया। किसानों व ग्रामीणों के आंदोलन के दौरान पुलिस की ओर से मुख्य मार्गों पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया। दोपहर बाद समझौता होने पर बाजार खुले।

इन्होंने किया संबोधित, दिया समर्थन

ग्रामीणों व किसानों के सांकड़ा बंद, पड़ाव व आंदोलन के दौरान भाजपा नेता भूरसिंह सांकड़ा ने यहां पहुंचकर संबोधित किया। उन्होंने कहा कि 11 दिनों से चल रहे धरने के बावजूद सुनवाई नहीं हो रही है और समस्याओं के समाधान को लेकर कोई कवायद नहीं की जा रही है। उन्होंने बताया कि जब उनकी मांगें पूरी नहीं होती है तब उनका आंदोलन जारी रहेगा। इस दौरान सरपंच गफूर खां माधोपुरा, भोमसिंह सांकड़ा, देवीसिंह भैंसड़ा, जूंझारसिंह हीरगढ़, मनोहरसिंह सांकड़ा, खडग़सिंह लूणा, आवड़सिंह लूणा, नेपालसिंह सांकड़ा सहित क्षेत्र के ग्रामीणों व किसानों ने यहां पहुंचकर मांगों का समर्थन किया।

अधिकारियों ने की समझाइश, दिया आश्वासन

सूचना पर नायब तहसीलदार माधोसिंह रतनू धरनास्थल पहुंचे। ग्रामीणों ने जिला कलक्टर के नाम ज्ञापन उन्हें सुपुर्द किया। इसके साथ ही डिस्कॉम के अधिशासी अभियंता सोनम दत्ता, सहायक अभियंता मनीष कुमार भी यहां पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों से बातचीत की। उन्होंने किसानों व ग्रामीणों की समस्याओं का शीघ्र समाधान करने, पूरे वॉल्टेज के साथ विद्युत आपूर्ति करने, आगामी 10 दिनों में बांधेवा जीएसएस से जोडक़र भैंसड़ा, बोनाड़ा, प्रतापपुरा में विद्युत आपूर्ति सुचारु करने का भरोसा दिलाया। जिस पर ग्रामीणों ने धरना समाप्त करने की घोषणा की। जिन्हें ज्यूस पिलाकर धरना समाप्त करवाया गया। ग्रामीणों व किसानों ने बताया कि यदि 10 दिनों में समस्या का समाधान नहीं होता है तो उनकी ओर से पुन: उग्र आंदोलन किया जाएगा।