झालरापाटन। शहर थाना पुलिस ने राजस्थान सरकार की आरजीएचएस योजना में राज्य कर्मचारियों के नाम से दवाइयों के फर्जी मेडिकल बिल बनाकर लाखों रुपए का घोटाला करने के मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया है।
जिला पुलिस अधीक्षक अमित कुमार ने बताया कि 25 मई 2025 को पुलिस थाना झालरापाटन को सूचना प्राप्त हुई की राजकीय जिला चिकित्सालय (सैटेलाइट अस्पताल) झालरापाटन मे आरजीएचएस योजना में फर्जी ओपीडी पर्चियां बनाई गई तथा फर्जी ओपीडी पर्ची के आधार पर दवाइयों के बिल भुगतान के लिए जिला मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय को भेजे गए। ओपीडी पर्चियो की जांच के दौरान गड़बड़ी पाए जाने पर संबंधित डॉक्टर को तलब करने का मामला प्रकाश में आया।
इस मामले को गंभीरता से लेते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक चिरंजी लाल मीणा के निर्देशन में उप अधीक्षक हर्षराज सिंह खरेड़ा के नेतृत्व में टीम गठित की गई। टीम ने कार्यवाही करते हुए आपराधिक षडयंत्र रचकर आरजीएचएस पर्चियां तैयार कर कूट रचना करते हुए दवाईया व जांचे लिखकर बिल बनाने के मामले में आरोपी नगर की चंद्रगुप्त नगर गुलाब बाड़ी कॉलोनी निवासी राहुल जैन को गिरफ्तार किया। उधर चिकित्सालय के फिजिशियन डॉ मयंक शर्मा ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उन्हें जिला मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय से सूचना मिली थी कि सैटेलाइट अस्पताल स्थित सहकारी उपभोक्ता होलसेल के मेडिकल स्टोर से आपके नाम से फर्जी बिल व हस्ताक्षर कर दवाइयां उठाई जा रही है। इस पर उन्होंने बताया था कि वह इस दौरान जयपुर ट्रेनिंग में गए हुए हैं। इसके बाद मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने जांच टीम भेजकर इसकी जांच कराई गई।
डॉ मयंक शर्मा ने बताया था उन्हें शंका है कि होलसेल भंडार के मालिक कमलेश राठौर व संविदा कर्मी राहुल जैन और उनके साथियों ने इससे पूर्व भी उनके फर्जी हस्ताक्षर और मोहर बनाकर इस तरह का दुरुपयोग किया है। इसे लेकर डॉक्टर शर्मा ने पुलिस में मामला दर्ज कराया था। इस प्रकरण के अनुसंधान में सैटेलाइट अस्पताल परिसर में संचालित सहकारी उपभोक्ता मेडिकल शॉप संचालक कमलेश राठौर व अस्पताल केआरजीएचएस काउंटर पर कार्यरत कंप्यूटर ऑपरेटर राहुल कुमार जैन ने आपराधिक षडयंत्र रचकर आरजीएचएस कार्ड धारक मरीजों की पर्चियां तैयार कर उन पर्चियो में कूट रचना करते हुए दवाइयां लिखकर आरजीएचएस पोर्टल पर बिल तैयार किए। अपराध प्रमाणित होने पर इन आरोपियों की तलाश शुरू की गई। इस मामले में शामिल अन्य आरोपियों की तलाश जारी है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि प्रकरण के अन्य पहलुओं पर भी गहनता से अनुसंधान जारी है। वहीं आरजीएचएस का दुरूपयोग करने के मामले में प्रदेश के छह शिक्षकों को निलंबित किया जा चुका है।
Published on:
16 Aug 2025 09:10 pm