झालावाड़. जिलेभर में शनिवार को श्रीकृष्ण जन्मोत्सव धूम-धाम से मनाया जा रहा। इस बार कृष्ण जन्माष्टमी विशेष योग और नक्षत्र में शनिवार को मनाई जा रही। उच्च के चंद्रमा के साक्षी में कन्हैया जन्म लेंगे। हालांकि तिथि के चलते 15 अगस्त की रात्रि से 16 अगस्त की रात्रि तक अष्टमी तिथि होगी। शहर के अधिकांश मंदिरों में 16 अगस्त को ही जन्माष्टमी पर्व मनाया जाएगा।
पंडित रामेश्वर शर्मा ने बताया कि भाद्रपद मास की कृष्ण पक्ष अष्टमी तिथि पर जन्माष्टमी पर्व मनाया जाएगा। इस बार जन्माष्टमी पर्व शनिवार को कृतिक नक्षत्र, धु्रव योग और तैतिल करण की साक्षी में आ रहा है। भारतीय ज्योतिष शास्त्र की मान्यता को देखें तो ग्रहों और नक्षत्रों के विशेष अनुक्रम पर्व काल को प्रबलता प्रदान करते हैं। धर्मशास्त्र की दृष्टि अनुसार कृतिका नक्षत्र युक्त अष्टमी को विशेष मान्यता दी गई है। नक्षत्र मेखला गणना के अनुसार कई बार जन्मोत्सव कृतिका नक्षत्र में आता है।
जन्माष्टमी पर्व पर संकल्प के अनुसार विशिष्ट अनुष्ठान किया जा सकता है। जन्माष्टमी तिथि 15 अगस्त को रात्रि 11.49 से शुरू होगी। यह 16 अगस्त को रात्रि 9.34 बजे तक रहेगी। पूजन 12.04 से शुरू होकर 12.47 तक किया जा सकेगा।
15-16 अगस्त की मध्य रात्रि में ग्रहों का विशेष कक्षीय अनुक्रम भी रहेगा। रात्रि में चंद्रमा वृषभ और सूर्य सिंह राशि में रहेंगे। जन्माष्टमी की तैयारी जोरों पर- शहर में जन्माष्टमी की तैयारियां शुरू हो गई हैं। मंदिरों में झांकियां सजाई जाएंगी। इसके अलावा बलदाऊ मंदिर, सत्यनारायण भगवान मंदिर, नृसिंह भगवान मंदिर, डिप्टीजी के मंदिर,राधाकृष्ण मंदिर, श्रीकृष्ण गोशाला मंदिर सहित कई मंदिरों में भव्य झांकिया सजाई जाएगी।
सत्यनारायण भगवान मंदिर मंगलपुरा में श्रीकृष्ण जमोत्सव बड़े ही धूम-धाम से मनाया जाएगा। अग्रवाल समाज के अध्यक्ष संजय अग्रवाल ने बताया कि शनिवार को 9.30 बजे से 11.30 बजे मटकी फोड का कार्यक्रम होगा। उसके बाद भगवानश्रीकृष्ण के जन्म के दर्शन व आरती होगी। उसके बाद महाप्रसादी का वितरण होगा। रविवार को दोपहर 3 बजे से नन्दमहोत्सव मनाया जाएगा।
Published on:
16 Aug 2025 10:13 am