Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

शिक्षादान में झालावाड़ 5 वें पायदान पर, एक अरब से अधिक का मिल चुका सहयोग

-80 जी के तहत दी राशि सेआयकर में मिलती है छूट

3 min read
Google source verification

एक्सक्लूसिव

हरिसिंह गुर्जर

झालावाड़. सरकारी स्कूलों की सूरत बदलने में हमारे झालावाड़ के भामाशाह पीछे नहीं है। ज्ञान संकल्प पोर्टल के जरिए अक्टूबर 2025 में डोनेट टू-ए-स्कूल श्रेणी के तहत प्रदेश में 26209 भामाशाहों ने 65,13,347 रुपए की राशि दान दी है। विभाग की ओर से जारी अक्टूबर महीने की रैंकिंग में जयपुर अव्वल है। वहीं हाड़ौती अंचल का झालावाड़ 5 वें, झुंझुनूं 29 वें व चूरू 31 वें पायदान पर रहा है।अक्टूबर में 970 ट्रांजेक्शन्स के जरिए 12,63,361 रुपए की दान राशि के साथ प्रदेश भर में झालावाड 5 वें स्थान पर है। शिक्षा के मामले में धनराशि देने में जयपुर सिरमौर है जबकि बांसवाड़ा, बीकानेर, चूरू, जैसलमेर व झुंझुनूं जिला फिसड्डी रहे है। शिक्षा विभाग ने स्कूलों के विकास के लिए ज्ञान संकल्प पोर्टल शुरू किया था। पहले भामाशाहों को दान के लिए कार्यालयों में जाना पड़ता था। अब दान ऑनलाइन होने की वजह से भामाशाहों में भी क्रेज बढ़ा है। पोर्टल के जरिए दी जाने वाली सहयोग राशि पर आयकर अधिनियम की धारा 80 जी के तहत छूट का प्रावधान है। ऐसे में अब दानदाता भी इसमें रूचि दिखा रहे हैं। अक्टूबर माह में झालावाड़ में करीब पौने दो लाख रूपए का दान आया है। योजना के शुरूआत से लेकर अभी तक 1 अरब 39 करोड़ 13लाखरूपए के विकास कार्य स्कूलों में करवाए जा रहे हैं।

स्कूलों को मिल रहे भौतिक संसाधन-

स्कूल शिक्षा विभाग में राजकीय विद्यालयों में भौतिक संसाधन उपलब्ध कराने में ज्ञान संकल्प पोर्टल सेतू बनकर उभरा है। सार्वजनिक और निजी क्षेत्र की कम्पनियों, कारपोरेट, गैर सरकारी संगठन समेत दानदाताओं को एक ऑनलाइन प्लेटफार्म मिला है। इससे प्रदेश में शिक्षा के नवाचार के लिए अब 1 अरब 39 करोड़ 13 लाख रुपए के कार्य हो रहे है।

ये है योजना का उद्देश्य-

स्कूलों में ज्ञानसंकल्प पोर्टल योजना का मुख्य उद्देश्य राजकीय विद्यालय के आधारभूत सरंचना के सुदृढ़ीकरण करना। वित्तीय सम्बल प्रदान करना, सीएसआर के तहत कार्य करवाने के लिए कम्पनियों को आकर्षित करना, सूचना प्रौद्योगिकी का उपयोग कर जन सहयोग बढ़ाना है।

पांच श्रेणियां-

पोर्टल में सहयोग के लिए पांच श्रेणियां है। इसमें तीन वर्ष के लिए विद्यालयों गोद लेना। कंपनी या दानदाताओं से राजकीय विद्यालयों के लिए प्रोजेक्ट बनाकर विकास में सहयोग कराना, प्रोजेक्ट में योगदान, मुख्यमंत्री विद्यादान कोष में प्राप्त राशि का उपयोग करना एवं विद्यालयों की एसडीएमसी, एसएमसी से अपने स्तर पर विकास में उपयोग करना है।

टॉप 10 में झालावाड़ शामिल

रैंक जिला

1 जयपुर

2. डूंगरपुर

3. अलवर

4. राजसमंद

5. झालावाड़

6. पाली

7. उदयपुर

8. भीलवाड़ा

9. गंगानगर

10. बूंदी

फिसड्डी 5 जिलों में चूरू व झुंझुनूं

रैंक जिला

33 बांसवाड़ा

32 बीकानेर

31 चूरू

30 जैसलमेर

29 झुंझुनूं

रैंक जिला ट्रांजेक्शन राशि

1 जयपुर 1717 246269

2 डूंगरपुर 1656 338724

3 अलवर 1377 160437

4 राजसमंद 1313 155329

5 झालावाड़ 1231 171512

6 पाली 1216 261871

7 उदयपुर 1213 224162

8 भीलवाड़ा 1210 238637

9 गंगानगर 1195 281280

10 बूंदी 1165 98598

11 सीकर 970 1263361

12 अजमेर 872 171046

13 हनुमानगढ़ 871 111883

14 चितौड़गढ़ 858 220927

15 टोंक 834 193793

16 करौली 812 169181

17 जालोर 793 103816

18 कोटा 754 149015

19 सिरोही 726 45098

20 नागौर 712 77231

21 धौलपुर 571 72555

22 भरतपुर 503 97006

संबंधित खबरें

23 बारां 468 66983

24 जोधपुर 466 198226

25 दौसा 464 84129

26 बाड़मेर 430 85101

27 सवाईमाधोपुर 385 281109

28 प्रतापगढ़ 344 18854

29 झुंझुनूं 278 179242

30 जैसलमेर 231 66344

31 चूरू 222 441353

32 बीकानेर 176 147986

33 बांसवाड़ा 148 83509

34 मुख्यमंत्री विद्यादान कोष 29 8780

कुल 26209 6513347

सरकार की अच्छी पहल

ज्ञान संकल्प पोर्टल पर सभी राजकीय प्राथमिक, उच्च प्राथमिक, माध्यमिक, उच्च माध्यमिक विद्यालय सहयोग के लिए उपलब्ध, पोर्टल के माध्यम से दी सहयोग राशि पर आयकर अधिनियम की धारा 80 जी के तहत छूट का प्रावधान है। इसमें दानदाता व सीएसआर कम्पनी स्वयं अपनी परियोजना, गतिविधि क्रियान्वित कर सकती है। ये स्कूलों में मूलभूत विकास के लिए सरकार की अच्छी पहल है। जो आयकर दाता है उन्हेशिक्षादान में सहयोग देना चाहिए।

ओमप्रकाश चौधरी, रिटायर्ड एडीओ,झालावाड़।

कोई भी करें पहल -

यह पोर्टल शिक्षा विभाग के लिए सेतू का कार्य कर रहा है। इसमें झालावाड़ प्रदेशभर में पांचवे स्थान रहा है। इसमें दानदाताओं को ज्यादा से ज्यादा दान के लिए प्रेरित कर रहे ताकि आने वाले समय में झालावाड़ जिला प्रथम पायदान पर आ सके। इस राशि से विद्यालयों में विकास कार्य करवाए जाते हैं। इससे मूलभूत सुविधाओं में सुधार हो रहे हैं।

बालचन्द कारपेंटर, अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी, झालावाड़।